May 2, 2024

फरीदाबाद : साइबर ठगी की 86 वारदातों अंजाम देने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

Faridabad/AliveNews : साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत की टीम ने साइबर ठगों के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए फर्जी कॉलसेंटर चलाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम आरोपियों का नाम गौरव, अभिषेक कथा पवन है जो दिल्ली के रहने वाले हैं। इस मामले में अभी एक आरोपी फरार चल रहा है जिसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि महंगाई के दौर में आमजन के लिए पूरे पैसे एक साथ अदा करना बहुत मुश्किल होता है।

इसीलिए नागरिकों की इस समस्या का हल करने के लिए बैंकों द्वारा क्रेडिट कार्ड की सुविधा प्रदान की जाती है ताकि इसका उपयोग करके नागरिक सामान खरीद सकें और पूरे पैसे एक साथ न भरकर इसका भुगतान किस्तों में कर सकें जिसे EMI (equated monthly installment) का नाम दिया जाता है। इसी प्रकार की ईएमआई की सुविधा बजाज कंपनी की एक शाखा बजाज फिनसर्व द्वारा प्रदान की जाती है। इस कार्ड को बनवाने के लिए पहले बहुत अधिक कागजी कार्रवाई करनी पड़ती थी। परंतु आजकल के डिजिटल युग में सारा काम फोन के जरिए ही पूरा कर लिया जाता है।

फरीदाबाद पुलिस की साइबर थाना की टीम ने एक ऐसे ही फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। गिरफ्तार किए गए यह आरोपी कोटक बैंक में रिकवरी एजेंट के तौर पर काम करते हैं। यह आरोपी क्रेडिट कार्ड धारकों को फोन करके बजाज कंपनी के एमआई कार्ड पर उपलब्ध लुभावने ऑफर्स का लालच देते थे। जब सामने वाला व्यक्ति यह ईएमआई कार्ड बनवाने के लिए तैयार हो जाता था तो वह उस व्यक्ति को एक लिंक भेजते थे जिसे खोलने पर वह बिल्कुल बजाज कंपनी की वेबसाइट जैसा प्रतीत होता था। परंतु वह असली न होकर एक फर्जी वेबसाइट होती थी।

यह वेबसाइट खोलने के पश्चात आरोपी उस व्यक्ति को उसके क्रेडिट कार्ड का नंबर, एक्सपायरी डेट, सीवीवी कोड, उसके घर का पता तथा मोबाइल नंबर इत्यादि भरवाद लेते थे जिसकी वजह से क्रेडिट कार्ड धारक की सारी जानकारी आरोपियों के पास पहुंच जाती थी। इसके पश्चात आरोपी व्यक्ति के क्रेडिट कार्ड की स्टेटमेंट भी मंगवा लेते थे जिससे उन्हें क्रेडिट कार्ड में बची हुई लिमिट का पता चल जाता था कि इस कार्ड में से अभी कितने रुपए की खरीदारी की जा सकती है। क्रेडिट लिमिट पता चलने के पश्चात आरोपी 99acres.com वेबसाइट पर जाते थे जहां पर आरोपियों ने एक फर्जी अकाउंट बना रखा था और उस वेबसाइट पर रेंट भरने के लिए उस व्यक्ति का क्रेडिट कार्ड उपयोग करते थे।

जिसकी जानकारी उनके पास पहुंच चुकी होती थी। वेबसाइट पर की गई ट्रांजैक्शन को पूरा करने के लिए कार्डधारक के पास एक ओटीपी जाता था जो आरोपी उस व्यक्ति को बहला-फुसलाकर उससे पूछ लेते थे और ओटीपी मिलते ही क्रेडिट कार्ड में बची हुई लिमिट तक का सारा पैसा उस वेबसाइट के वॉलेट में चला जाता था। उस वेबसाइट से आरोपी सारा पैसा अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेते थे। इसी प्रकार कि साइबर ठगी का तरीका अपनाते हुए आरोपियों ने फरीदाबाद के रहने वाले सेक्टर 7 निवासी कवीश को अपने झांसे में लेकर ₹121401 हड़प लिए।

पुलिस रिमांड पूरा होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में दोबारा पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है तथा इस मामले में फरार चल रहे उनके चौथे साथी की पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है जिसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।