November 6, 2024

फरीदाबाद में धूमधाम से मनाई गई ईद-उल-अजहा

Faridabad/Alive News: पूरे भारत वर्ष में आज के दिन बढ़ी धूमधाम से मया गया बकरीद का पर्व जिसे बकरीद को ईद-उल-अजहा भी कहा जाता है। इस पर्व को कुर्बानी के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन बकरे की कुर्बानी दी जाती है। मुस्लिम समाज के लोगों के लिए बकरीद का पर्व बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह पर्व मुस्लिम समुदाय में 3 दिन तक मनाया जाता है।

आज के दिन मुस्लिम समुदाय के लोगो ने बड़ी धूमधाम से बकरीद का पर्व मनाया है लोगो ने घरो में विभिन्न प्रकार के भोजन बनये इस पर्व पर मुख्यतौर पर मीठी सेबियां और जर्दा बनाया गया और इस दिन कुर्बानी दी जाती है मुस्लिम समाज के लोग हर साल इस पर्व को बकरे की कुर्बानी देकर मनाते हैं। बकरीद के दिन बकरे को तीन भागों में बांटा जाता है, पहला भाग रिश्तेदारों, दोस्तों और पड़ोसियों को दिया जाता है। दूसरा हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों और तीसरा परिवार के लिए होता है। इस दिन सभी लोग नए वस्त्र पहन कर पर्व मनाते है।

बकरीद पर नमाज का महत्व
इस दिन 5 वक्त की नमाज पढ़ी जाती है। ये नमाज अल्लाह को राजी करने और उनसे अपने गुनाहों की माफी मांगने का अहम जरिया है।
सुबह 5 बजे फजर की नमाज पढ़ी जाती है।
एक बजकर तीस मिनट पर ज़ोहर की नमाज पढ़ी जाती है।
चार बजकर तीस मिनट पर असर की नमाज पढ़ी जाती है।
सात बजकर तीस मिनट पर मगरिब की नमाज पढ़ी जाती है।
नौ बजकर तीस मिनट पर ईशा की नमाज को अदा किया जाता है।