Palwal/Ailve News: सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप की अध्यक्षता में नागरिक अस्पताल पलवल में विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया। इस वर्ष विश्व मलेरिया दिवस 2022 की थीम मलेरिया रोग के बोझ को कम करने और जीवन को बचाने के लिए नवाचार का उपयोग करने रही। सिविल सर्जन ने बताया कि वर्ष 2021 में मलेरिया के तीन मामले आए थे, जोकि वर्ष 2020 की तुलना में 91 प्रतिशत कम थे। अभी तक 2022 में मलेरिया का कोई केस नहीं है।
फिर भी जिला पलवल का स्वास्थ्य विभाग मलेरिया व डेंगू को लेकर पूरी तरह से मुस्तैदी के साथ अपने कार्य में लगा हुआ है। उन्होंने यह बताया कि जिला पलवल में मलेरिया की जांच के लिए पिछले महीने तक 22 हजार 897 बुखार के मरीजों की जांच की जा चुकी है, जिसमें कोई भी मलेरिया का मरीज नहीं पाया गया है। जिले में अब तक मलेरिया विभाग की टीमों के द्वारा 4 हजार 50 घरों की जांच की गई है। मच्छर का लार्वा पाया जाने पर 10 घरों में चेतावनी संबंधी नोटिस भी दिए गए हैं।
पलवल शहर के सभी 32 वार्डों में नगर परिषद के साथ मिलकर करवाई की गई है तथा कुछ कॉलोनी में जहां पर मलेरिया व डेंगू के ज्यादा मामले आते हैं। उन मामलों में दोबारा से एक्टिविटीज करवा दी गई है। इसके साथ ही 46 तालाबों व जोहड़ों में लार्वाभक्षी गाम्बुजिया मछली भी डलवा दी गई है। सभी लोग पलवल को मलेरिया से मुक्त करने के लिए अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करें, जिसमें प्रत्येक रविवार को ड्राई डे मनाएं, जिसमें घरों के टैंक कूलर व गमलों में से पानी को सप्ताह में एक बार सुखाकर साफ करें।
घर में फ्रिज की ट्रे के पानी को साफ कर दें, घरों की छत पर रखे हुए बेकार टायरों या बेकार के बर्तनों को हटा दें, जिससे उसमें बारिश का पानी एकत्रित न हो पाए। घर के आस-पास पानी एकत्रित नहीं रहना चाहिए, क्योंकि ठहरे हुए पानी में ही मच्छर अंडे देते हैं। इसलिए अगर बिना उपयोग का पानी है तो उसमें काला तेल डाल दें, जिससे मच्छर का लार्वा पानी में न पनप पाए और मलेरिया फैलाने वाले मच्छर के प्रजनन को रोक लग सके।