Faridabad/Alive News : ओल्ड रेलवे अंडरपास में संतनगर झुग्गी का सीवर का गंदा पानी जमा होने से हजारों वाहन चालकों और पैदल निकलने वाले राहगीर के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। संत नगर का सीवर का पानी ओल्ड अंडरपास में गिरने से अंडरपास के नाले और सड़क दोनों सीवर के गंदे पानी से जलमग्न रहते है। जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा अंडर पास से आवागमन करने वाले वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है।
जगह-जगह से टपकने लगा है रेलवे अंडरपास ओल्ड अंडरपास में जगह-जगह से सीवर के गंदे पानी का रिसाव हो रहा है। अंडरपास की छत और दीवार जगह-जगह से टपक रही है। जिसके कारण अंडरपास की छत और दीवारों में सीलन आ गई है। इससे अंडरपास में सीवर के पानी की दुर्गन्ध से लोगों का यहां से आवागमन करना मुश्किल हो रहा है। इसके अलावा अंडरपास में सीवर का गंदा पानी भरने से आए दिन यहां वाहनों का लंबा जाम भी लगा रहता है।
अंडरपास की दीवार के छेद से होकर आ रहा सीवर का पानी
संतनगर में सीवर ओवरफ्लो होने से सड़क के माध्यम से सीवर का गंदा पानी अंडरपास की दीवार में बने छेद के रास्ते प्रवेश कर रहा है। इसके कारण अंडरपास की सड़क और फुटपाथ गंदे पानी की दुर्गन्ध से बदबू मार रहा है। इससे आवागमन करने वाले वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इन क्षेत्रों को जोड़ता है अंडरपास
ये रेलवे अंडरपास ओल्ड फरीदाबाद रेलवे-स्टेशन, सेक्टर-21, एसजीएम नगर, गांव चंदीला और एनआईटी को जोड़ता है। इस अंडरपास से हर रोज हजारों वाहन चालक आवागमन करते है और अंडरपास में पानी भरने से यहां वाहनों का जाम लगता है।
क्या कहना है स्थानीय लोगों का
ओल्ड रेलवे अंडरपास के आसपास के दुकानदार साहिल, अन्ने, राजू ने बताया कि सीवर के पानी से बुरा हाल संतनगर का है। यहां सारे सीवर जाम पड़े है जिसके कारण सारा पानी सड़कों पर बह रहा है। पानी निकासी की न होने से सीवर का गंदा पानी सड़क भरने के बाद ओल्ड अंडरपास की दीवारों में बने छेद और छत से प्रवेश कर रहा है। जिसके कारण अंडरपास हर समय पानी से लबालब भरा रहता है। दुकानदार कई बार इसकी शिकायत नगर निगम अधिकारियों से भी कर चुके है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं है।
क्या कहना है अधिकारी का
अंडरपास में सीवर का पानी कहां से गिर रहा है। इसकी हमारे पास कोई जानकारी नहीं है। अब आपके माध्यम से मुझे जानकारी मिली है। मैं एक्सईएन को भेजकर इसका तुरंत समाधान कराता हूं।
-रामजीलाल, चीफ इंजीनियर नगर निगम।