April 19, 2024

कोरोना के दौर में अवसाद बन रहा गंभीर बीमारियों का कारण : सिविल सर्जन

Palwal/Alive News : सिविल सर्जन डा. ब्रह्मïदीप ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौर में अवसाद एक गंभीर बीमारी बनकर उभरा है। इस पर विचार करना चाहिए। उन्होंने बताया कि यह टिप्पणी करते हुए गुजरात हाईकोर्ट ने राज्य के एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र का प्रवेश रद्द करने का फैसला रद्द कर दिया।

सिविल सर्जन ने बताया कि एक छात्र जो कोविड संक्रमण के दौर में अवसाद का शिकार हो गया था और उसे आत्महत्या करने के विचार लगातार आते थे। उसे अदालत के फैसले की प्रति गुरुवार को मिली। गुजरात राज्य के सूरत के सरदार वल्लभभाई नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी महाविद्यालय ने अक्टूबर 2020 में बीटेक के प्रथम वर्ष के एक छात्र का पंजीकरण इस आधार पर रद्द कर दिया, क्योंकि वह 25 क्रेडिट अंक हासिल करने में विफल रहा था। अगले सेमेस्टर के लिए प्रोन्नत किए जाने के लिए यह क्रेडिट अंक जरूरी थे। छात्र ने कॉलेज के इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देते हुए कहा कि वह महीनों तक अवसाद की गंभीर स्थिति से जुड़ा है और इस दौरान उसे आत्महत्या करने के विचार भी आते रहे। ऐसा जनवरी 2020 से लेकर जून 2020 तक लगातार हुआ।

उस समय देश में कोरोना वायरस का संक्रमण प्रभावित था, जिसके चलते वह परीक्षा में शामिल नहीं हो पाया था। हाईकोर्ट के जस्टिस एनवी आचार्य ने अपने फैसले में कहा कि मिहामारी के दौर में इस तरह का मामला और ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। ऐसे में याचिकाकर्ता छात्र का अवसाद का शिकार होना गंभीर लेकिन स्वाभाविक है। पीठ ने कहा कि संक्रमण के दौर में हर कोई भविष्य और अपने स्वास्थ्य को लेकर आशंकित था।