New Delhi/Alive News : कोरोना संकट के चलते टाली गई 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं पर 01 जून को फैसला होने जा रहा है. बोर्ड ने मंत्रालय को 15 जुलाई से परीक्षाएं आयोजित करने का प्रस्ताव भेजा है जिस पर अंतिम फैसला केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक 01 जून को करेंगे. बता दें कि 23 मई को आयोजित हुई हाई लेवल मीटिंग में सभी राज्यों के शिक्षा सचिवों ने बोर्ड परीक्षाओं को लेकर अपना पक्ष रखा है. शिक्षा मंत्री सभी प्रस्तावों पर विचार के बाद अगले सप्ताह अपना फैसला सुनाने जा रहे हैं.
जारी जानकारी के अनुसार, बोर्ड छोटे फॉर्मेट में भी एग्जाम आयोजित कर सकता है ताकि समय से रिजल्ट तैयार किए जा सकें. पहला प्रस्ताव यह था कि केवल महत्वपूर्ण सब्जेक्ट्स के एग्जाम लिए जाएं और बाकी सब्जेक्ट्स में इंटरनल असेस्मेंट के आधार पर छात्रों को नंबर दे दिए जाएं. दूसरा प्रस्ताव यह था कि परीक्षा के पैटर्न में बदलाव कर इसे छोटा और आसान बनाया जाए.
इसके मुताबिक छात्रों को आंसर लिखने के लिए कॉपी की बजाय OMR शीट दी जा सकती है. छात्र MCQ सवालों के जवाब ओएमआर शीट में ही देंगे. इसके अलावा, गैर जरूरी ट्रांस्पोर्टेशन से बचने के लिए स्कूलों को सेल्फ सेंटर बनाया जा सकता है. इससे छात्रों को एग्जाम सेंटर तक जाने के लिए ज्यादा दूर नहीं जाना होगा.
इस पैटर्न के तहत एग्जाम की समय-सीमा भी घट जाएगी. इसके अलावा स्कूल खुद ही अपने स्टूडेंट्स की कॉपियां चेक करेंगे. कुल 45 दिन में पूरी परीक्षा आयोजित की जाएगी. जो छात्र कोरोना संक्रमण के चलते परीक्षा नहीं दे सकेंगे, उनके लिए अगस्त में अलग एग्जाम आयोजित किया जाएगा. बता दें कि इस संबंध में आधिकारिक घोषणा शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक 01 जून को करेंगे.