May 18, 2024

प्रमोशन या एग्जाम, जानिए- पाकिस्तान में बोर्ड एग्जाम को लेकर क्या चल रहा है?

New Delhi/Alive News : कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण भारत में सीबीएसई समेत तमाम राज्य बोर्डों ने दसवीं की परीक्षा कैंसिल कर दी थी. वहीं अन्य कक्षाओं में छात्रों को बिना एग्जाम प्रमोट कर दिया गया. वहीं पाकिस्तान में कोरोना के कहर के बावजूद वहां की सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वहां किसी भी हाल में छात्रों को प्रमोट नहीं क‍िया जाएगा. यहां देश के शिक्षा मंत्रियों ने सोमवार को फैसला किया कि इस साल 20 जून के बाद पहले चरण में 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं कराई जाएंगी.

पाकिस्तान की वेबसाइट dawn में छपी रिपोर्ट के अनुसार यहां अंतर-प्रांतीय शिक्षा मंत्रियों के सम्मेलन (आईपीईएमसी) के तौर पर एक ऑनलाइन बैठक हुई, इसकी अध्यक्षता वहां के संघीय शिक्षा मंत्री शफकत महमूद ने की. बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी बोर्ड की परीक्षाएं हर हाल में कराई जाएंगी और किसी भी छात्र को बिना परीक्षा के पदोन्नत नहीं किया जाएगा.

इस आईपीईएमसी सम्मेलन में फैसला लिया गया कि 20 जून के बाद 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं होंगी और उसके बाद कक्षा 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं होंगी. इसके साथ ही बैठक में ये भी तय किया गया कि देश भर के सभी परीक्षा बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए क्या कदम उठाएं.

बैठक में निर्णय लिया गया कि चालू वित्त वर्ष की समाप्ति से पूर्व प्रांतीय सरकारें अपने अधिकार क्षेत्र में संचालित सामुदायिक विद्यालयों को अपने अधिकार में ले लेंगी. मंत्रियों ने तय किया कि इस साल गर्मी की छुट्टियां दो महीने के बजाय कुछ हफ्ते ही रहेंगी. सूत्रों ने कहा कि यह निर्णय लिया गया कि प्रांत गर्मी की छुट्टियों कम ही दिनों के लिए घोषित करेंगे.

बैठक में हिस्सा लेने वाले सिंध प्रांत के एक सूत्र ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया था कि बैठक में दसवीं और बारहवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं के संबंध में इंटर बोर्ड कमेटी ऑफ चेयरमैन (आईबीसीसी) के दो प्रस्तावों पर चर्चा की गई. पहला प्रस्ताव कोविड -19 की मौजूदा विकट स्थिति को देखते हुए 9 वीं और 11 वीं कक्षा के छात्रों को बिना परीक्षा के अगली कक्षाओं में पदोन्नत करने का था, लेकिन बैठक में मौजूद शिक्षा मंत्रियों ने प्रस्ताव को खारिज कर दिया.

बता दें कि प्रमोट करने की पॉलिसी लागू करने की कोई गुंजाइश नहीं है और छात्रों को किसी भी स्थिति में परीक्षा प्रक्रिया से गुजरना होगा, जिसके बाद आईबीसीसी द्वारा रखे गए दूसरे प्रस्ताव पर निम्नलिखित विचार-विमर्श पर सहमति बनी. इस बीच, संघीय शिक्षा मंत्री ने प्रांतीय मंत्रियों से शिक्षकों के टीकाकरण के लिए कदम उठाने और केवल टीकाकरण वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को परीक्षा आयोजित करने की अनुमति देने का आग्रह किया.

देखा जाए तो पाकिस्तान में भी कोरोन थर्ड वेव में बच्चो को खतरे को लेकर पेरेंट्स काफी डरे हुए हैं. लेकिन यहां सरकार ने बीते माह अप्रैल में ही साफ कर दिया था कि मई के अंतिम सप्ताह में बैठक के बाद स्थ‍ितियों का जायजा लेने के बाद ही ये फैसला लिया जाएगा. अब सरकार ने जब स्पष्ट कर दिया है कि हर हाल में 9वीं से 12वीं तक के एग्जाम लिए जाएंगे, इसके लिए कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा. अब सरकार ने जब स्पष्ट कर दिया है कि हर हाल में 9वीं से 12वीं तक के एग्जाम लिए जाएंगे, इसके लिए कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा.