May 18, 2024

विश्व रक्तदान दिवस पर लोगों को रक्तदान- जीवनदान के तहत किया जागरूक

Palwal/Alive News : हरियाणा राज्य रक्त संचरण परिषद एवं हरियाणा राज्य रैडक्रॉस सोसाइटी के मार्गदर्शन में प्रतिवर्ष 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर रक्तदाताओं का सम्मान, जन सामान्य को जागरूक करना, फर्स्ट टाइम डोनर्स का उत्साहवर्धन करना। इस वर्ष कोविड संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए सम्मान समारोह संभव नहीं हैं।

इसे मद्देनज़र रखते हुए आज 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस के शुभअवसर पर जिला रैड क्रॉस सोसाइटी पलवल ने स्वयंसेवी संगठन एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पलवल के सहयोग से रक्तदान- जीवनदान मुहिम को कामयाब बनाने हेतु जागरूकता अभियान बस अड्डा, मीनार गेट, पुराना सोहना मोड़, अस्पताल चौराहा एवं आगरा चौक चलाया। इस अभियान के दौरान इन संस्थाओं के सदस्यों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के इस वर्ष के स्लोगन “Give Blood and keep the World Beating” को ध्यान इन रखते हुए जन सामान्य को पम्पलेट वितरित किये। रक्तदान कौन कर सकता है कौन नही कर सकता और रक्तदान के फायदे बताएं।

रक्त की हर बूंद में बसी हुई है जीवन की एक आस, चलो रक्तदान को जीवन में अपनाएं- हर एक जान को बचाएं, अपने लहू को दूसरों की रगों में बहने का मौका दें, डोनेट ब्लड- सेव लाइफ, हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई- रक्त सभी का एक सा भाई, बूंद- बूंद रक्त की मांग आज वक्त की इस तरह के स्लोगन से आमजन को जागरूक किया गया।

इस अवसर पर डॉ. प्रशान्त गुप्ता, पैट्रन रैड क्रॉस सोसाइटी ने जानकारी दी कि रक्तदान हर वो व्यक्ति कर सकता है जिसकी उम्र 18-60 वर्ष हो, वजन 45 किलो से अधिक हो, हीमोग्लोबिन 12.5 ग्राम से अधिक हो, नियमित तौर पर दवईयो का सेवन न करता हो आदि। महेश मलिक जिला प्रशिक्षण अधिकारी एवं विनोद जिंदल सदस्य ब्लड डोनेशन सब कमेटी हरियाणा राज्य रैड क्रॉस, अंजलि भयाना, नीतू सिंह ने सभी से अपील की हमें महापुरुषों की जयंती, शहीदी दिवस, बुजुर्गों की पुण्यतिथि, बच्चों के जन्मदिन, माता पिता की शादी की सालगिरह पर रक्तदान करके किसी जरूरतमंद को रक्त मुहैया कराते हुए उसका जीवन बचाना चाहिए।

इस अवसर पर विजय पटेल, सतीश कौशिक, प्रशांत, जोगिंदर, शिवम जितेश कौशिक, संजय कौशिक, रोहित कौशिक, रवि कुमार मीणा, रोहित कौशिक, आचार्य रामकुमार बघेल, मास्टर थान सिंह ने अपील की है कि हम वर्ष में 3-4 बार रक्तदान करते हुए घातक बीमारियों के मरीज, प्रसव के दौरान गर्भवती महिला, दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति, थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे को रक्त मुहैया कराते हुए उनके जीवन को बचा सकते हैं।