Faridabad/Alive News : एक तरफ नगर निगम अरावली वन क्षेत्र स्थित खोरी गांव वासियों को डबुआ कॉलोनी में बने ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स में बसाने की तैयारी कर रहा है। लेकिन, ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स की साफ सफाई को लेकर नगर निगम के दावे और तैयारियां सब खोखली साबित हो रही है। वहीं जगह- जगह बारिश का पानी जमा है। ऐसे में फ्लैट देखने आ रहे विस्थापित लोग यहां रहने से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना हैं कि यह जगह रहने लायक नहीं है। इससे अच्छी तो खोरी गांव की झुग्गियां ही थी।
डबुआ कॉलोनी में करीब 1700 के ईब्डल्यूएस फ्लैट्स बने हैं। इसे आर्थिक रूप से कमजोर मजदूर वर्ग को बसाने के लिए बनाया गया था। लेकिन अभी तक इसे पूरी तरह से अलॉट नहीं किया गया। ऐसे में रखरखाव के अभाव में फ्लैट्स जर्जर हो गए हैं। मौजूदा समय में बारिश के बाद जलभराव की समस्या लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है। ऐसे में विस्थापित यहां रहना पसंद नहीं कर रहे हैं।
इसके अलावा डबुआ स्थित मल्टी स्टोरी ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स परिसर में जानवरों का जमावड़ा रहता है। इससे इस परिसर के आसपास रह रहे लोगों की भी परेशानी बढ़ गई है। स्थानीय निवासी राजेश ने बताया कि फ्लैट्स पर अगर पहले ध्यान दिया गया होता तो आज इन फ्लैट्स की रौनक बनी रहती। लेकिन आज इन फ्लैट्स की हालत बहुत दयनीय है। आलम ये है कि इन फ्लैट्स में दरवाजे-खिड़की तक उपलब्ध नहीं है। यहां तक कि पानी निकासी के लिए लगाया गया पाइप लाइन भी टूटा हुआ है। ऐसे में खोरी वासी इन फ्लैट्स में रहने को तैयार नहीं है।