May 18, 2024

130 साल बाद बुद्ध पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण का बना महासंयोग

Faridabad/Alive News: मई को वैशाख पूर्णिमा के साथ भगवान गौतम बुद्ध की जयंती है और साथ ही आज रात चंद्र ग्रहण भी है। ज्योतिषशास्त्र का मनाना है कि चंद्र ग्रहण और बुद्ध पूर्णिमा का ये संयोग 130 वर्षो बाद बन रहा है। साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को रात 8 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर 6 मई की आधी रात 1 बजकर 1 मिनट तक चलेगा। इस दिन पूरे समय स्वाति नक्षत्र और सिद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है जिसे बहुत ही शुभ माना गया है। पंचांग गणना के अनुसार स्वाति नक्षत्र रात 9 बजकर 40 मिनट तक रहेगा और सिद्धि योग सूर्योदय से लेकर सुबह 9 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।

आज रात चंद्र ग्रहण पर चार राशि वालों को सावधान रहना होगा
आज रात को लगने वाला चंद्र ग्रहण एक उपच्छाया ग्रहण होगा।130 साल बाद बुद्ध पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण का महासंयोग शास्त्रों में इस तरह के ग्रहण का कोई खास प्रभाव नहीं होता है। लेकिन फिर भी कुछ राशि वालों पर इस ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ग्रहण के दौरान चंद्रमा तुला राशि में मौजूद रहते हुए केतु से पीड़ित रहेंगे। मिथुन, कर्क, तुला और मकर राशि वालों का सावधान रहना होगा।

आज रात को साल का पहला चंद्र ग्रहण देखने को मिलेगा। आज होने वाला यह चंद्रग्रहण बहुत ही दुर्लभ योग होगा, दरअसल 12 साल के बाद इस चंद्र ग्रहण पर चतुर्ग्रही योग का निर्माण होगा। यह ग्रहण लगभग 4 घंटे 15 मिनट तक चलेगा। आज होने वाले इस चंद्र ग्रहण पर बुध, सूर्य, गुरु और राहु मिलकर चतुर्ग्रही योग का निर्माण करेंगे।

यह ग्रहण 8 बजकर 45 मिनट से शुरू हो जाएगा। यह ग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा। इस कारण से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह चंद्र ग्रहण एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। जिसमें चांद के आकार में किसी भी तरह का बदलाव नहीं देखने को मिलेगा। इसमें चांद के ऊपर हल्की सी धूल भरी आंधी के रूप चांद दिखाई देगा।

ग्रहण जब-जब लगता है तब इसका नकारात्मक प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर जरूर होता है। ग्रहण का प्रभाव गर्भ में पल रहे बच्चों पर नकारात्मक रूप से पड़ता है। ग्रहण के दौरान अच्छी किरणें नहीं निकलती है इसलिए गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए और ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।