May 3, 2024

सड़क पर गिरे हाईटेंशन तार की चपेट में आने से चंद मिनटों में जला व्यक्ति, मौके पर मौत, गुस्साए लोगों ने किया चौकी का घेराव

Faridabad/Alive News : शिव दुर्गा विहार में बिजली निगम की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। बिजली की हाईटेंशन तार की चपेट में आने से दूध लेने जा रहा एक शख्स जिंदा जल गया। स्थानीय लोगों के अनुसार सोमवार की सुबह करीब 4 बजे  तेज अंधड़ और बारिश के कारण सड़क पर टूटकर गिरे हाइटेंशन तार की सप्लाई बंद कराने के लिए लोग 1 घंटे तक निगम के कर्मचारी और अधिकारियों को फोन करते रहे। लेकिन अधिकारियों के कान पर जूं तक नही रेंगी और सप्लाई बंद नहीं हुई। बिजली विभाग की इस लापरवाही के कारण एक शख्स की जान चली गई। इस घटना से गुस्साए लोगों ने दयालपुर चौकी का घेराव किया। जिसके बाद पुलिस ने बिजली निगम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

थाना प्रभारी के अनुसार मृतक की पहचान सूरजकुंड थाना क्षेत्र के शिव दुर्गा विहार कॉलोनी देव करण पाल (57) के रूप में हुई है। पेशे से दुकान चलाने वाला देव करण पाल घटना के समय घर से दूध लेने के लिए निकला था। एक दिन पहले ही सेक्टर-10 में ब्यूटी पार्लर में काम करने जा रही 20 साल की युवती भी इसी तरह करंट की चपेट में आकर जान गवां चुकी है।

शिव दुर्गा विहार कॉलोनी निवासी अंशु और अन्य ने बताया कि ने बताया कि इस इलाके में बिजली के तारों का जमावड़ा है। उनकी गली से 11 हजार केवी की हाइवोल्टेज लाइन जा रही है। सुबह करीब 3 बजे लाइन के तार में स्पार्क हो रहा था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सूचना देने के बाद भी न तो बिजली की सप्लाई बंद की गई और ना ही कोई कर्मचारी मौके पर आया। लेकिन स्पार्किंग के बाद बिजली की तार सड़क पर गिर गया।

स्थानीय लोगों ने बताया कि दुकानदार देव उर्फ देव करण पाल की कॉलोनी में ही परचून की दुकान है। मंगलवार सुबह वह साइकिल से दूध लेने लक्कड़पुर जा रहा था। बिजली का तार नीचे गिरा था और सप्लाई बंद नहीं थी। ऐसे में दुकानदार तार की चपेट में आ गया और मौके पर ही वह बुरी तरह झुलस गया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस चौकी का घेराव किया।

जिसके बाद पुलिस टीम ने विभाग के जेई और एसडीओ को फोन कर मौके पर बुलाया। लेकिन बिजली विभाग के कर्मियों की लापरवाही का आलम यह रहा कि फोन करने के 1 घंटे तक भी कोई अधिकारी या कर्मचारी थाने नहीं पहुंचा। नाराज लोगों ने पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में बिजली कर्मियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मृतक के शव को उठाने से इनकार कर दिया। पुलिस कर्मियों के समझाने और उचित कानूनी कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही गुस्साए लोग शान्त हुए।

मृतक के बेटे दीपक कुमार पाल ने सूरजकुंड थाना पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उनके पिता की मौत का जिम्मेदार बिजली निगम है। घर से महज 200 मीटर की दूरी पर ट्रांसफार्मर लगा है। बिजली का तार टूट कर गली में पड़ा था। मणिशंकर ने फोन कर निगम को सूचना भी दी, लेकिन सप्लाई बंद नहीं की गई। दीपक की शिकायत पर पुलिस ने बिजली निगम के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है।