Chandigarh/Alive News: एनसीईआरटी की फाउंडेशन लर्निंग एंड स्टडी की राष्ट्रीय परीक्षा-2022 में हरियाणा ने हिंदी, अंग्रेजी और गणित में झंडे गाड़ दिए हैं। प्रदेश का प्रदर्शन पंजाब, दिल्ली और चंडीगढ़ से तो बेहतर रहा ही है, राष्ट्रीय औसत से भी आगे है। स्कूल शिक्षा विभाग इसे निपुण हरियाणा कार्यक्रम का असर मान रहा है। शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि कार्यक्रम के नतीजे अब धरातल पर दिखने लगे हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल इसमें खुद रुचि ले रहे हैं। ताजा रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर कक्षा 3 के केवल 46 फीसदी विद्यार्थी ही निपुणता का स्तर हासिल कर सके और न्यूनतम ग्लोबल दक्षता पार की। हरियाणा में यह दक्षता 65 विद्यालयों ने प्राप्त की, जो राष्ट्रीय स्तर से 20 अंक अधिक है। कक्षा 3 में हिंदी भाषा की निपुणता में हरियाणा के जहां 65 फीसदी छात्र निपुण हैं, वहीं दिल्ली के छात्रों की औसत केवल 50 फीसदी है, चंडीगढ़ के 55 फीसदी छात्र ही हिंदी भाषा मे निपुण हैं।
गणित में भी हरियाणा ने दिल्ली और चंडीगढ़ से बेहतर प्रदर्शन किया है। गणित में कक्षा 3 के 51 फीसदी छात्रों ने निपुणता का प्रदर्शन किया है। दिल्ली का औसत सिर्फ 47 फीसदी है, चंडीगढ़ के छात्रों का गणित में प्रदर्शन केवल 39 फीसदी रहा। अंग्रेजी भाषा में हरियाणा के छात्र 77 फीसदी अंकों के साथ शीर्ष पर हैं, पंजाब के 66 फीसदी छात्र ही अंग्रेजी भाषा मे कक्षा 3 में निपुण रहे। दिल्ली के 62 फीसदी और चंडीगढ़ के केवल 42 फीसदी छात्र ही अंग्रेजी में निपुण मिले।
कंवरपाल ने कहा कि प्रदेश के सभी 37 हजार पीआरटी शिक्षकों को निशुल्क टैबलेट और 2 जीबी डाटा फ्री देना सरकार की निपुण योजना का हिस्सा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में शुरू किए गए निपुण कार्यक्रम का ही असर है कि अब स्कूलों में कक्षा 1 से 3 तक के बच्चे बुनियादी संख्या और अंक ज्ञान बिना किसी तनाव के प्राप्त कर रहे हैं। शिक्षकों ने भी खेल-खेल में पढ़ाने के नए तरीके सीखे हैं।