November 24, 2024

एनसीआरबी रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा, इन राज्यों की महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित, पढ़िए खबर में

New Delhi/Alive News : देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध इस कदर बढ़ रहे हैं कि इसकी झलक राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की वर्ष 2021 की रिपोर्ट से मिलती है। ब्यूरो के अनुसार बीते वर्ष रोजाना दुष्कर्म के 86 मामले दर्ज हुए और महिलाओं के खिलाफ अपराध के हर घंटे 49 मामले दायर हुए।

रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 13,982 केस दर्ज किए गए जबकि देश के कुल 19 महानगरों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 43,414 मामले दर्ज किए गए। दिल्ली के बाद सबसे अधिक मामले मुंबई में दर्ज किए गए। तीसरे नंबर पर बैंगलौर रहा।

2020 से 40 प्रतिशत ज्यादा
दिल्ली में दर्ज मामले महानगरों में सबसे अधिक है। बता दें, कि 2020 में दिल्ली में महिलाओं के प्रति अपराध के 9,782 मामले दर्ज किए गए थे। 2021 में दर्ज किए गए मामले 2020 में दर्ज किए गए मामलों से 40 प्रतिशत ज्यादा हैं। यह डरावना तो है ही साथ ही सरकारों के महिला सुरक्षा के बड़े-बड़े दावों की पोल खोलता नजर आ रहा है। दिल्ली में 2020 की तुलना में 2021 में साइबर क्राइम भी 111 प्रतिशत बढ़ गया है। 2021 में साइबर क्राइम के 356 मामले दर्ज किए गए।

2021 में बढ़ी दुष्कर्म की घटनाएं
गृह मंत्रालय के अधीन कार्यरत एनसीआरबी के अनुसार 2020 में दुष्कर्म के कुल 28,046 केस दर्ज किए गए थे, जबकि 2019 में 32,033। ब्यूरो ने ‘क्राइम इन इंडिया 2021’ (Crime in India 2021) शीर्षक से यह रिपोर्ट तैयार की है।

दुष्कर्म में राजस्थान आगे
रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2021 में राजस्थान में दुष्कर्म के सर्वाधिक 6,337 मामले दर्ज हुए। वहीं मध्य प्रदेश दूसरे स्थान पर रहा। मप्र में इस दौरान दुष्कर्म के 2,947 केस दर्ज हुए। महाराष्ट्र में 2,496 तो उत्तर प्रदेश में 2,845 केस दर्ज किए गए। दिल्ली में वर्ष 2021 में दुष्कर्म के 1,250 मामले दर्ज किए गए।

वर्ष 2021 में देश भर में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 4,28,278 मामले दर्ज किए गए। इनमें अपराध की दर (प्रति एक लाख आबादी पर) 64.5 फीसदी रही। आंकड़ों से पता चलता है कि ऐसे अपराधों में आरोपियों पर आरोप पत्र दायर करने की दर दर 77.1 फीसदी थी।

सबसे ज्यादा मामले यूपी में
2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के सबसे अधिक मामले उत्तर प्रदेश (56,083) में दर्ज किए गए, उसके बाद राजस्थान (40,738), महाराष्ट्र (39,526), पश्चिम बंगाल (35,884) और ओडिशा में 31,352 दर्ज किए गए। हालांकि, महिलाओं के खिलाफ अपराध दर के आधार पर तुलना करें तो असम 168 फीसदी के साथ शीर्ष पर है। वहीं दिल्ली 147 फीसदी के साथ दूसरे व ओडिशा 137 फीसदी के साथ तीसरे नंबर पर रहा।