Chandigarh/Alive News : नई शिक्षा नीति के तहत करनाल के इग्नू कार्यालय से प्रदेश के सभी 49 विश्वविद्यालय और 362 कॉलेजों के करीब 70 हजारा प्राध्यापकों को पढ़ाने का प्रशिक्षण देकर उन्हें निपुण बनाया जाएगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी ने इग्नू को यह जिम्मेदारी सौंपी है।
मिली जानकारी के अनुसार पांच सितंबर से इस विशेष प्रशिक्षण कार्य की शुरुआत होगी। इसके लिए इग्नू की ओर से 36 घंटे का विशेष कोर्स तैयार किया गया है। जिसे राष्ट्रीय व्यावसायिक विकास कार्यक्रम के तहत छह दिनों में कराया जाएगा। रोजाना कॉलेज व विश्वविद्यालय की ड्यूटी के साथ-साथ प्राध्यापक छह घंटे की ऑनलाइन क्लास लगाकर यह प्रशिक्षण कोर्स करेंगे।
इस कोर्स को करने वाले प्राध्यापकों को पदोन्नति में भी लाभ मिलेगा। यूजीसी और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से प्रशिक्षण लेने वाले सभी प्राध्यापकों को प्रमाणपत्र भी जारी किया जाएगा। नई शिक्षा नीति को लेकर इस तरह देश का पहला कोर्स इग्नू ने तैयार किया है। प्रशिक्षण के लिए प्राध्यापक समर्थ पोर्टल (ignou-nep-pdp.samarth.ac.in) पर आवेदन कर सकते हैं।
दो भाषाओं में होगा कोर्स
इग्नू की ओर से तैयार किए गए कोर्स हिंदी और अंग्रेजी भाषा में है। जिसे कुल 14 यूनिट में विभाजित किया गया है। शिक्षक जिस भाषा में चाहेगे उसी में कोर्स करके प्रशिक्षण ले सकते है। इसके अलावा प्रदेश के जाने-माने शिक्षाविदों की ओर से अलग-अलग विषय पर 30 वीडियो भी तैयार किए गए हैं, यह भी कार्यशाला के समर्थ पोर्टल पर अपलोड किए जाएंगे।
निशुल्क है प्रशिक्षण
इग्नू की ओर से ऑनलाइन दिया जाने वाला प्रशिक्षण पूरी तरह से निशुल्क है। प्रशिक्षण के लिए शिक्षकों को इग्नू के समर्थ पोर्टल पर आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए फोटो, हस्ताक्षर और संस्थान की ओर से जारी आईडी कार्ड की आवश्यकता होगी। प्रमाणपत्र लेने के लिए प्रत्येक प्राध्यापक को ऑनलाइन परीक्षा भी देनी होगी। जिसमें 50 प्रतिशत अंक लेना अनिवार्य है।