November 24, 2024

स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को किया जागरूक

Palwal/Alive News: सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1 से 15 दिसम्बर तक एचाआईवी एड्स जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस जागरूकता कार्यक्रम के चलते जगह-जगह स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा लोगों को एचआईवी एड्स के बारे में जागरूक किया जा रहा है, ताकि लोगो को एचआईवी एड्स रोग होने से सतर्क रहें और बीमारी होने से पहले ही सावधानी बरतें।

उप सिविल सर्जन एवं एड्स की नोडल अधिकारी डा. रेखा सिंह द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि इस विषय में स्वास्थ्य विभाग लगातार कार्य कर रहा है। 1 दिसम्बर से लेकर 15 दिसम्बर तक जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। एड्स-डे लगभग 33 सालों से विश्व में इस सन्दर्भ में कार्यक्रम किए जाते हैं।

एड्स के बारे में सबसे ज्यादा जानना जरूरी है कि एड्स एक इस प्रकार की बीमारी है, जो एचआईवी नाम के वायरस से फैलती है। डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि यह एक ऐसा वायरस है, जो हमारे शरीर के अंदर रोगों से लड़ने की क्षमता को कम कर देता है और हमारे शरीर में अनेकों रोग होने लगते हैं। इसीलिए इम्युनिटी कम होने को ही एड्स कहते है।

एडस के मरीज को छूने से, बात करने से, साथ बैठने से, साथ खाना-खाने से एड्स नहीं होता। ऐसी सोच की वजह से एड्स के रोगी अपने आपको प्रताडि़त महसूस करते हैं। इसी छुआछूत को खत्म करने के लिए इस बार का एड्स कार्यक्रम रखा जा रहा है। सिविल सर्जन ने कहा कि एड्स के सन्दर्भ में सबसे ज्यादा जरूरी यह जानना है कि एड्स किस प्रकार से फैलता है।

आमतौर से इन्फेक्टेड निडल से (एड्स के मरीज के इंजेक्शन से ही दूसरे मरीज को इंजेक्शन लगा देने से), गलत संबध बनाने से इसका खतरा बनता है, अगर मां को एड्स की बीमारी है, तो बच्चे को भी इसका खतरा बना रहता है, अगर कोई एड्स वाला व्यक्ति अपना ब्लड डोनेट करे, तो जिसको वह खून चढ़ेगा, उसको एड्स हो सकता है। इसीलिए लगातार जागरूकता कार्यक्रम किए जाते हैं। किसी भी लैब के अंदर अगर ब्लड लिया जाता है तो उसका एचआईवी टेस्ट अवश्य किया जाता है।

स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सभी गर्भवती महिलाओं की एचआईवी जांच की जाती है, ताकि किसी भी महिला को अगर एचआईवी हो, तो उसका जल्द से जल्द पता लग पाए। इसकी सुरक्षा के बारे में लगातार कार्यक्रम किए जाते हैं और नए युवाओं को इस सन्दर्भ में ज्यादा से ज्यादा बताया जाता है। किसी भी आपातकालीन के लिए हेल्प लाइन नंबर-1097 पर संपर्क किया जा सकता है।