New Delhi/Alive News : भारतीय रेलवे पिछले डेढ़ सालों से रेल यात्रा के दौरान वरिष्ठ नागरिकों, युद्ध में जान गंवाने वाले सैनिकों की विधवाओं, खिलाड़ियों, किसानों, पत्रकारों, युवाओं आदि को किराए में छूट देता रहा है। लेकिन कोरोना के नाम पर रेलवे ने 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को मिलने वाली किराए में छूट बंद कर दी है। आलम यह है कि लॉकडाउन खत्म होने व रेल सेवाएं बहाल होने के बाद भी भारतीय रेलवे ने यह छूट अब तक बहाल नहीं की है।
मिली जानकारी के अनुसार किराए में छूट नहीं मिलने के कारण अब बुजुर्गों को ट्रेन में सफर करने के लिए पूरा किराया देना पड़ता है। मार्च 2020 में देश में कोराना महामारी फैलने के बाद रेलवे ने बुजुर्गों को मिलने वाली रेल किराए में छूट स्थगित कर दी थी।
रेलवे बुजुर्गों को 50 फीसदी देता है छूट
वरिष्ठ नागरिकों या बुजुर्गों को रेलवे किराए में छूट प्रदान करता रहा है। 58 साल या इससे ज्यादा उम्र की महिलाओं को सभी श्रेणी के किराए में 50 फीसदी रियायत दी जाती है, जबकि 60 साल या इससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को 40 फीसदी तक छूट मिलती है।
जानकारी के मुताबिक पिछले कई सालों से कई कमेटियां रेल यात्रा के दौरान बुजुर्गों को किराए में मिलने वाली छूट को फिर से लागू करने की सिफारिश कर चुकी है। लेकिन रेलवे ने अब तक इस मामले पर कोई फैसला नही लिया है। हालांकि, जुलाई 2017 में रेलवे ने ‘गिव इट अप’ स्कीम के तहत बुजुर्गों को उन्हें मिलने वाली छूट या रियायत आंशिक रूप से या पूरी तरह त्यागने का विकल्प भी दिया।