Faridabad/Alive News : श्री सिद्धदाता आश्रम में श्री गुरु पूर्णिमा पर्व पर गुरु शिष्य ऐसे मिले जैसे वर्षों के बिछुड़े मिले हों। हाथों में कृतज्ञता प्रकट करते पुष्प और आंखों में प्रेम के आंसुओं ने गुरु पूर्णिमा को और सार्थक बना दिया।
इस अवसर पर पीठाधिपति श्रीमद जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने कहा कि अगर मानव अपनी लाइन में चलेगा तो उसे कभी कोई दिक्कत पेश नहीं आएगी। वह कभी दुर्घटना का शिकार नहीं होगा। वह अपने प्रवचन में भक्तों को जीवन साधने के तरीकों पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रेल अपनी पटरी पर चलती है, लेकिन दुर्घटना होने पर उस पर कोई मुकदमा नहीं चलता क्योंकि वह अपनी लाइन पर चलती है। वहीं सडक़ पर थोड़ा भी इधर उधर होने पर हमारा चालान कट जाता है। कभी कभी भयंकर दुर्घटना भी हो जाती है, मुकदमा भी हो जाता है।
उन्होंने भक्तों से कहा कि गुरु वास्तव में भगवान के ही तत्व हैं। वह गुरुतत्व के वाहक हैं। इसलिए गुरु को भगवान से अलग नहीं मानना चाहिए। भगवान ने तो स्वयं ही कहा कि गुरु उनसे भी बढक़र हैं। इसलिए गुरु की युक्तियों को उनके ज्ञान को अपने जीवन में बिना किसी हिचक के स्वीकार करें। गुरु के सगुण शरीर के अवयवों में न फंसकर उनके गुरुतत्व रूप को स्वीकार करें। यह मानव जीवन अवश्य ही सफल होगा।
इससे पहले उन्होंने श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम और स्मृति स्थल पर भी लोककल्याण के लिए प्रार्थना की और भक्तों को आशीर्वाद एवं प्रसाद भी प्रदान किया। इस अवसर पर सांसद एवं रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डॉ डीपी वत्स, विधायक राजेश नागर, पूर्व विधायक पं टेकचंद शर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता संदीप जोशी, आईआरएस कल्याण कुमार आदि प्रमुख व्यक्ति भी गुरु पूर्णिमा पर आशीर्वाद प्राप्त करने पहुंचे।
इस अवसर पर मशहूर भजन गायक लोकेश शर्मा ने साथियों सहित सुमधुर भजनों की तान छेड़ कर सभी को भावविभोर कर दिया। कोविड नियमावली के तहत सभी भक्तों को मास्क और सेनिटाइजेशन के बाद ही आश्रम परिसर में प्रवेश दिया गया। वहीं सभी को शारीरिक दूरी के लिए भी चेताया गया।