New Delhi/Alive News : बच्चों को लेकर अश्लील सामग्री परोसने के मामले में ट्विटर पर चल रही जांच इन दिनों ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है। जांच के संबंध में दिल्ली पुलिस ने करीब 20 दिन पहले ट्विटर को एक पत्र लिखा था। बावजूद इसके ट्विटर द्वारा अभी तक दिल्ली पुलिस को कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई गयी है। यहां तक की दिल्ली पुलिस अश्लील सामग्री ट्विटर पर डालने वाले लिंक को भी नहीं खोल पा रही है। ऐसे में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के पुलिस अधिकारी ट्विटर के जवाब का इंकार कर रहे हैं ताकि ट्विटर पर अश्लील सामग्री डालने वाले का पता लगाया जा सके।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की शिकायत के बाद कथित तौर पर अपने प्लेटफॉर्म पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी तक पहुंच की अनुमति देने के लिए ट्विटर के खिलाफ दो जुलाई को एफआईआर दर्ज की थी। पुलिस ने आईपीसी, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम और आईटी अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है।
मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि करीब 10 लिंक के जरिए ट्विटर पर बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री डाली गई थी। ये सामग्री सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। हालांकि लिंक डालने वाले की पहचान नही हो पाई है।
उन्होंने बताया कि लिंक डालने वालों का आईपी एड्रेस पता करने के लिए ट्विटर को पत्र लिखा है, मगर अभी तक ट्विटर ने पत्र का जवाब नहीं दिया है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस की साइबर सेल इस मामले में ट्विटर के अधिकारियों को जल्द ही पूछताछ के लिए बुला सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस अधिकारियों के नए कानून के तहत ट्विटर पर कोई भी सामग्री या लिंक डालने से पहले ट्विटर को उसे फिल्टर करना चाहते थे। मगर ट्विटर ने ऐसा नहीं किया। इसके लिए ट्विटर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस उन लोगों की भी तलाश कर रही है, जिन्होंने ट्विटर पर बच्चों से संबंधित अश्लील लिंक डाले थे।