November 27, 2024

निपाह वायरस से मरने वालो का बढ़ा आंकड़ा, कुएं और पेड़ों पर लगाया जा रहा है जाल

Kerala/Alive News : केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस (एनआईवी) से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. इस जानलेवा वायरस से पीड़ित छह लोगों की हालत नाजुक है, जबकि 25 प्रभावित सघन निगरानी में रखे गए हैं.

इस जानलेवा वायरस के फैलने के बाद केरल में लोगों के बीच खौफ है. लोग मास्क लगाकर घूम रहे हैं. उधर, चमगादड़ पकड़ने के लिए पशुपालन विभाग कुएं और पेड़ों पर जाल लगा रहे हैं.

केरला हेल्थ सर्विसेस की डायरेक्टर डॉ. आर. एल सरिता ने बताया कि, ” जिस परिवार के तीन लोगों की मौत निपाह वायरस से हुई है, उनके घर के आसपास और पेड़ों पर कई चमकादड़ मिले हैं. इसके अलावा कई फलों और पेड़ों में भी निपाह वायरस मिला है.”

बताया जा रहा है कि भारत में यह वायरस सबसे पहले पश्चिम बंगाल में मिला था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2001 में प. बंगाल के सिलिगुड़ी में इस वायरस का संक्रमण फैला था. उस वक्त 66 केस सामने आए थे. इससे 45 की मौत हो गई थी.

इसके बाद 2004 में फ्रूट बैट द्वारा संक्रमित किए गए खजूर खाने से भी बांग्लादेश में लोग इस बीमारी की चपेट में आ गए थे. फिर दोबारा 2007 में यह वायरस भारत में लौटा. बंगाल के नदिया जिले में संक्रमण से 5 लोगों की मौत हो गई थी.

बता दें कि निपाह वायरस सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एनसीडीसी की टीम को केरल भेजा है. इसके अलावा केरल का स्वास्थ्य विभाग भी इस पर काम कर रह है.

अब तक इस वायरस से जुड़ी कोई वैक्सीन नहीं आई है. इस वायरस से बचने के लिए फलों, खासकर खजूर खाने से बचना चाहिए. पेड़ से गिरे फलों को नहीं खाना चाहिए. बीमार सुअर और दूसरे जानवरों से दूरी बनाए रखनी चाहिए.

गौरतलब है कि इस वायरस से प्रभावित लोगों को सांस लेने की दिक्कत होती है फिर दिमाग में जलन महसूस होती है. वक्त पर इलाज नहीं मिलने पर मौत हो जाती है.