Faridabad/Alive News : वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद द्वारा उपयोगकर्ताओं को ई-संसाधनों के उपयोग के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘ई-संसाधनों के प्रभावी उपयोग’ को लेकर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का संचालन विश्वविद्यालय के पुस्तकालय द्वारा किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों, शोधकर्ताओं तथा विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कार्यशाला का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में कुलपति ने अनुसंधान कार्यों की गुणवत्ता में सुधार के लिए अधिक से अधिक ई-संसाधनों के उपयोग पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं अकादमिक क्षेत्र से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति के लिए बेहद लाभकारी होती है, तथा शोध कार्य में उनके समय की बचत भी करती है। उन्होंने विश्वविद्यालय पुस्तकालय द्वारा कार्यशाला के आयोजन पर प्रसन्नता जताई।
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रतिवर्ष ई-संसाधनों पर काफी धन खर्च किया जाता है, इसलिए इन संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जाना चाहिए। ई-संसाधनों का उपयोग फैकल्टी सदस्य रिमोर्ट एक्सेस द्वारा घर से भी कर सकते है।
इससे पूर्व, पुस्तकालय अध्यक्ष श्री पीएन बाजपेयी ने स्वागतीय संबोधन में विश्वविद्यालय के पुस्तकालय का विवरण प्रस्तुत किया तथा कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कार्यशाला के माध्यम से शोधकर्ताओं तथा विद्यार्थियों को एक ऐसा मंच प्रदान किया गया है, जहां वे ई-प्रकाशकों से सीधे संवाद कर सकते है और संबंधित पाठ्य सामग्री को लेकर जानकारी ले सकते है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में इस तरह की कार्यशालाओं का काफी महत्व है। इस अवसर पर एल्सवेयर तथा इफोमेटिक इंडिया के प्रतिनिधियों ने भी कार्यशाला को संबोधित किया तथा साइंस डायरेक्ट, मेंडेले, जेसीसीसी तथा जीगेट डिस्कवरी टूल के बारे में जानकारी दी।
कार्यशाला में अधिष्ठाता प्रो. संदीप ग्रोवर, प्रो. तिलक राज, विभागाध्यक्ष कम्प्यूटर इंजीनियरिंग प्रो. कोमल कुमार भाटिया के अलावा काफी संख्या में संकाय सदस्यों, शोधार्थियों तथा विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।