November 28, 2024

हांगकांग ने इन दो भारतीय मसालों पर लगाया प्रतिबंध, पढ़िए खबर

Hongkong/Alive News : भारत के दो लोकप्रिय मसाला ब्रांड एमडीएच प्राइवेट लिमिटेड और एवरेस्ट फ़ूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के मसालों पर सिंगापुर के बाद हॉन्गकॉन्ग ने भी बैन लगाने का फैसला लिया है. 24 घंटे के भीतर दोनों देशों ने भारतीय ब्रांड के इन मसाले पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है. इसकी वजह है कि इनकी जांच में कैंसर कारक केमिकल्स मिले हैं. इन कंपनियों के मसालों में कथित रूप से कार्सिनोजेनिक कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाया गया है.

कैंसर फैलने के डर से लगाया गया प्रतिबंध

हॉन्गकॉन्ग ने भारतीय मसाले के ब्रांडों एमडीएच और एवरेस्ट की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. यहां के अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि इन कंपनियों के कई मसालों में कार्सिनोजेनिक कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाया गया है. बीते हफ्ते सिंगापुर ने एवरेस्ट की फिश करी मसाला पर भी रोक लगा दी थी.

सिंगापुर फूड एजेंसी (SFA) ने दावा किया था कि इस मसाले में एथिलीन ऑक्साइड की मात्रा काफी ज्यादा है, जो कि इंसान की सेहत के लिए सही नहीं है. एथिलीन ऑक्साइड एक तरह का पेस्टीसाइट है, जिसके सेवन से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने का खतरा होता है.

हांगकांग ने अपने बयान में क्या कहा?

हॉन्गकॉन्ग की ओर से कहा गया है, “इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर ने एथिलीन ऑक्साइड को समूह 1 कार्सिनोजेन के रूप में क्लासिफाई किया है. पेस्टिसाइड रेसिड्यू इन फूड रेगुलेशन (कैप. 132CM) के अनुसार, मानव शरीर के लिए कीटनाशक अवशेषों वाला भोजन केवल तभी बेचा जा सकता है जब भोजन का सेवन खतरनाक या स्वास्थ्य के लिए हानिकारक न हो. दोषी पाए जाने पर अपराधी को अधिकतम $50,000 का जुर्माना और छह महीने की कैद की सजा हो सकती है.”

इन मसालों पर विदेश में लगी रोक

हॉन्गकॉन्ग स्पेशल एडमिनिस्ट्रेटिव रीजन की सरकार के सेंटर फॉर फूड सेफ्टी (CFS) ने कहा कि MDH ग्रुप के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला पाउडर और करी पाउडर में एथिलीन ऑक्साइड की मौजूदगी होने के कारण इसकी बिक्री पर रोक लगा दी गई है.

हॉन्गकॉन्ग के अधिकारियों ने बयान में कहा, “सीएफएस ने अपने नियमित फूड सर्वेलैंस प्रोग्राम के तहत परीक्षण के लिए सिम शा सुई में तीन खुदरा दुकानों से उपर्युक्त नमूने एकत्र किए. परीक्षण के नतीजों से पता चला कि इन मसालों में एक कीटनाशक, एथिलीन ऑक्साइड है. सीएफएस ने संबंधित विक्रेताओं को लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए तुरंत इस बारे में सूचित किया और तुरंत इंडियन ब्रांड के में मसाले की बिक्री पर रोक लगाने को कहा गया