Health/Alive News: आयोडीन एक प्रकार का रासायनिक तत्त्व है। जो कि हमारे शरीर के लिए बुहत महत्वपूर्ण है। यह हमारे आहार के प्रमुख पोषक तत्वों में से है। इसकी कमी से शरीर के विकास से जुड़ी कई बीमारियां हो सकती हैं। दुनिया भर में हर साल कई बच्चाें में आयोडीन की कमी के मामले सामने आते हैं। ऐसे बच्चों में सीखने की क्षमता काफी कमजोर होती है। आयोडीन की मदद से गर्दन के पास पाई जाने वाली थायरॉयड ग्रंथि विकास के लिए जरूरी हॉर्मोन पैदा करती है।
इसकी कमी के कारण बच्चों का बौद्धिक स्तर 10 से 15 प्रतिशत तक कम हो सकता है। इसकी कमी से घेघा रोग भी होता है, जो कि बहुत खतरनाक होता है।
आयोडीन की कमी की वजह से थायरॉइड ग्लैंड बेहतर तरीके से काम नहीं कर पाता है, जिस कारण से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। इस कारण से वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। मेटाबॉलिज्म स्लो होने की वजह से कैलोरी बर्न नहीं हो पाती हैं और फैट के रूप में शरीर में इकट्ठी होने लगती हैं। इसलिए आयोडीन की कमी की वजह से वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है।
आयोडीन की कमी की वजह से थायरॉइड हार्मोन ठीक से नहीं बन पाता है। थायरॉइड हार्मोन की कमी की वजह से दिमाग पर प्रभाव पड़ता है, जिस वजह से कॉग्नीटिव फंक्शन कमजोर हो सकते हैं। इस कारण से याददाश्त कमजोर होना, ब्रेन फॉग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
आयोडीन की कमी की वजह से बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। थायरॉइड हार्मोन बालों के फॉलिकल्स को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक होते हैं। इसकी कमी की वजह से बालों का झड़ना शुरू हो जाता है और लंबे समय तक इसकी कमी की वजह से गंजेपन की समस्या भी हो सकती है।
महिलाओं में आयोडीन की कमी की वजह से अनियमित पीरियड्स की समस्या हो सकती है। थायरॉइड हार्मोन पीरियड्स को कंट्रोल करता है, इसलिए आयोडीन की कमी की वजह से थायरॉइड हार्मोन बेहतर तरीके से काम नहीं कर पाता है और अनियमित माहवारी की समस्या हो सकती है।
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