Faridabad/ Alive News : दक्षिण एशिया वीपावर नेटवर्क की महिला सदस्यों ने देर शाम विद्युत तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से मुलाकात की। मंत्री आरके सिंह ने वीपावर एसएआर-100 श्रृंखला की प्रतिभागियों का स्वागत किया और कहा कि उन्हें आज इन सभी प्रतिभाशाली महिलाओं से मिलकर खुशी हुई।
बता दें कि विद्युत मंत्रालय भारत सरकार के राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (एनपीटीआई) कॉर्पोरेट कार्यालय फरीदाबाद सेक्टर – 33 में करीब 32 महिला पेशेवरों का एक समूह देश के अलग अलग राज्यों से दो दिवसीय दौरे पर पहुंचा। इन महिला प्रतिभागियों का स्वागत एनपीटीआई की महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर ने किया। दो दिवसीय यानि कि 15 – 16 फरवरी के इस दौरे की शुरूआत एनपीटीआई की महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर, प्रधान निदेशक डा. मंजू मॉम और वीपावर वर्ल्ड बैंक साझेदारी समन्वयक मिस तनुश्री भौमिक ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित करके की।
आपको बात दें कि दक्षिण एशिया क्षेत्र (एसएआर) से पावर सेक्टर की 100 महिला पेशेवर वीपावर एसएआर-100 प्रशिक्षण श्रृंखला की हिस्सा हैं। पूरे भारत से 32 महिलाएं इस प्रशिक्षण श्रृंखला में भाग ले रही हैं। जोकि एनपीटीआई कॉर्पोरेट कार्यालय पहुंची हुई हैं। जहां उद्घाटन समारोह के बाद एसएआर मॉड्यूल से सीखने के विषय में सभी प्रतिभागियों के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र हुआ। जिसमें सभी प्रतिभागियों ने अपना-अपना परिचय देते हुए अपने अपने कार्यक्षेत्र के बारे में बताया। इस दौरान वीपावर जेंडर अध्ययन और फोकस समूह चर्चा भी हुई।
प्रतिभागी एनपीटीआई फरीदाबाद परिसर में 800 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट सिम्युलेटर और सीसीजीटी सिम्युलेटर का भी दौरा करने पहुंचे। जहां उन्होंने थर्मल पावर प्लांट के नियंत्रण और संचालन के बारे में जाना। पहली बार राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (एनपीटीआई) कॉर्पोरेट कार्यालय पहुंची । वहीं एनपीटीआई की महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर ने महिला प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए सभी को महिला सशक्तिकरण का जीता जगता उदाहरण बताया और कहा कि वो भी दिन थे जब महिला पावर सेक्टर और टेक्निकल जैसे क्षेत्रों से दूर रहती थी मगर आज महिला हर क्षेत्र में कदम रख चुकीं हैं और न सिर्फ ये कदम रखा है बल्कि पूरी तरह से जमा भी दिया है।
मंत्री आरके सिंह ने वीपावर एसएआर-100 श्रृंखला की प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें आज इन सभी प्रतिभाशाली महिलाओं से मिलकर खुशी हुई है। वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन पर बातचीत करने के लिए एक विविध कार्यबल की आवश्यकता है। विभिन्न प्रकार की राय पेश करना और इसमें महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना ऊर्जा क्षेत्र उद्योग को और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है।विद्युत क्षेत्र एक जटिल क्षेत्र है जिसमें एक नाजुक संतुलन होना चाहिए, उपयोगिताओं और उपभोक्ताओं के हितों के बीच संतुलन बना होना चाहिए। नए ग्राहकों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए एक आदर्श बदलाव देखा जा रहा है, विचारों और प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मों का उपयोग करने के लिए यूटिलिटीज़ पर जबरदस्त दबाव है। विद्युत उपयोगिता क्षेत्र, वितरण कंपनियों को गले लगाने के लिए मजबूर कर रहा है, उनके सिस्टम को संचालित करने के नए तरीके इंजीनियरिंग कॉलेज, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान और अन्य तकनीकी संस्थान प्रदान कर रहे हैं।
इंजीनियरिंग कौशल के साथ-साथ नई प्रौद्योगिकियों की समझ भी आवश्यक है। विद्युत मंत्रालय महत्वाकांक्षी आरडीएसएस कार्यक्रम के तहत उपयोगिताओं की मदद कर रहा है।बिजली वितरण का आधुनिकीकरण करें, साथ ही उन्हें अधिक वित्तीय लाने के लिए मजबूर करें।पिछले कुछ वर्षों में इन्हीं पहलों ने बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में वृद्धि की है, जिससे उपभोक्ता अनुभव और संतुष्टि में सुधार हुआ है। इस दूरदर्शी प्रशिक्षण मॉड्यूल की योजना और कार्यान्वयन के लिए मैं विश्व बैंक, एआईटी और एनपीटीआई के प्रयासों की गहराई से सराहना करता हूं,