New Delhi/Alive News: भाई दूज भाइयों और बहनों के बीच अद्वितीय बंधन का जश्न मनाता है। यह दिवाली के तीसरे दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर पांच दिवसीय दिवाली उत्सव के आखिरी दिन पड़ता।
यह त्यौहार भारत में विशेष महत्व रखता है। यह लगभग समूचे भारत में मनाया जाने वाला त्यौहार है जो देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग नामों से मनाया। वैसे तो भाई दूज पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां यह त्योहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
भैया दूज आमतौर पर उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे राज्यों में मनाया जाता है। भाई दूज में बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती है। यह उसके भाई की भलाई और सुरक्षा के लिए उसकी प्रार्थना का प्रतीक है। बहनें अपने भाइयों की आरती करती हैं। यह अनुष्ठान तिलक समारोह के साथ होता है। भाई-बहन प्यार और स्नेह केसंकेत के रूप में उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं। इस दिन खाने में आमतौर पर दाल भरी पूरी, गुड़ की खीर , और कई तरह की सब्जी बनती है।
पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के शुक्ल द्वितीया तिथि 14 नवंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 36 मिनट से शुरू होकर 15 नवंबर 2023 को दोपहर 01 बजकर 47 मिनट तक रहेगी। ऐसे में उदया तिथि को देखते हुए भाई दूज का पर्व 15 नवंबर को मनाया जा रहा है, लेकिन कई जगहों पर यह पर्व 14 नवंबर को भी मनाया गया था।