September 29, 2024

जिले में सिनथेटिक चाईनीज मांझा (रील) का प्रयोग करने, रखने व बेचने पर प्रतिबन्ध : जिलाधीश

Faridabad/Alive News: जिलाधीश विक्रम सिंह ने जिला फरीदाबाद में सिनथेटिक/ चाईनीज मांझा (रील) का प्रयोग करने, रखने व बेचने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। जिलाधीश विक्रम सिंह ने कहा कि चाईनीज मांझा आसमान में उड़ने वाले पक्षियों के लिए बहुत खतरनाक है। यह पक्षियों से लेकर इंसान तक की गर्दन तक काट कर रहा है।

इसके मद्देनजर जिलाधीश विक्रम सिंह ने जिला फरीदाबाद में भारतीय दण्ड प्रक्रिया नियमावली, 1973 की धारा-144 के अन्तर्गत आदेश पारित किए गए हैं। वहीं चाईनीज मांझे की खरीद-फरोख्त भण्डारण एवं प्रयोग पर रोक लगाई है। इन आदेशों की अवहेलना में यदि कोई दोषी पाया जाता है तो वह धारा 188 भारतीय दण्ड संहिता 1860 के तहत दण्ड का भागीदार होगा।

बता दें कि इसी सम्बन्ध में वर्ष 2013 में, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय एवं वर्ष 2017 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने चाईनीज मांझे के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिला फरीदाबाद में कई दुकानदारों द्वारा चाईनीज मांझा की खरीद-फरोख्त भण्डारण एवं प्रयोग किये जाने की सम्भावना से इंकार नही किया जा सकता है। अतः इसके मद्देनजर रखते हुए चाईनीज मांझे की खरीद-फरोख्त भण्डारण एवं प्रयोग किये पर रोक लगाई जानी आवश्यक है। अतः आमजन की सुरक्षा को देखते हुए जिला फरीदाबाद में चाईनीज मांझा की खरीद-फरोख्त भण्डारण एवं प्रयोग पर रोक लगाने के लिए धारा 144 सी०आर०पी०सी० के आदेश पारित किए गए है।

यह आदेश आपातकालीन स्थिति, समय की कमी तथा परिस्थितियों के दृष्टिगत सम्बन्धित व्यक्तियों की अनुपस्थिति में पारित किए गए है।

इन आदेशों की पालना सम्बन्धित पुलिस आयुक्त, फरीदाबाद, उप-मण्डल मजिस्ट्रेट एवं थाना प्रभारी द्वारा की जायेगी।

जैसा कि विदित है कि भारत में पतंगबाजी का खेल बहुत पुराना और काफी प्रसिद्ध है। भारत के विभिन्न राज्यों में पतंगों को अलग-अलग समय में उड़ाया जाता है। अन्य राज्यों की तरह हरियाणा में भी मकर सक्रान्ति व स्वतन्त्रता दिवस के पर्व पर लोग अपने दोस्तों, परिवारों और रिश्तेदारों के साथ छतों पर इकट्ठे होकर पंतगबाजी करते है। हरियाणा में बंसत पंचमी व होली के अवसर पर भी युवा पतंग बाजी करते है और अब दिन प्रतिदिन युवाओं में पतंग बाजी का शोक बढ़ रहा है। काफी स्थानों पर चाईनीज मांझे का प्रयोग किया जाता है ताकि उसकी पतंग की डोर पैनी हो सके और दूसरे की पतंग को काट सके पतंग के लिए धागे के रूप में इस्तेमाल किया जाने वाला चाईनीज मांझा आसमान में उड़ने वाले पक्षियों के लिए बहुत खतरनाक है। चाईनीज मांझा पेच लढ़ाने पर सिर्फ पंतगे नही काटता है बल्कि पक्षियों से लेकर इंसान तक की गर्दन तक काट घायल कर रहा है।

जिला प्रशासन की जिला वेबसाईट www.faridabad.nic.in के माध्यम से भी इस बारे प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।