Faridabad/Alive News: सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में इलाज पर खर्च होने वाले पैसों में जमीन आसमान का अंतर है, जहां एक तरफ जिला नागरिक बादशाह खान (बी.के) अस्पताल में हार्ट सेंटर में सस्ती सुविधाएं मिल रहीं है। वहीँ हार्ट पेशेंट को बीके अस्पताल में कम खर्चे में बिलकुल प्राईवेट अस्पतालों जैसी सुविधा मिल रही है।
जिला नागरिक अस्पताल में हार्ट पेशेंट को ईसीजी टेस्ट के लिए मात्र 17 रूपये फीस देना होता है। वहीं, डॉक्टर ओपीडी कंसल्ट के लिए जनरल कैटेगरी के लोगों को 116 रूपये चार्ज देना होता है। वहीं एंजोग्राफी 3500 रूपये की होती है। जबकि बीपीएल राशन कार्ड धारकों के लिए यह सुविधा बिलकुल मुफ्त है। इसके अलावा हार्ट पेशेंट के अस्पताल में एडमिट होने के दौरान एक दिन रात का खर्च हजार रूपये से लेकर पंद्रह सौ तक का है।
दरअसल, सरकारी अस्पताल में लोगों को मिलने वाली स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के बारे में बहुत कम जानकारी होने के कारण लोग सरकारी अस्पताल के बजाए प्राइवेट अस्पताल की ओर ज्यादा भागते है। लेकिन प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए लोगों को अच्छा खासा पैसे भरना पड़ता है। वहीं, सरकारी अस्पताल में भी लोगों को बहुत कम दामों पर अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही है।
बता दें, कि प्राइवेट अस्पताल का खर्च मरीज की हैसियत से ज्यादा और इतना मनमाना होता है कि इसको लेकर विवाद भी होते हैं। वहीं, प्रशासन या सरकार के पास ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिससे मनमर्जी के रेट पर लगाम कसी जा सके। इसका फायदा प्राइवेट अस्पताल उठा रहे हैं।