Faridabad/Alive News: 36 वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में लगी डालसा की स्टॉल पर अंबाला की जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीरजा ने की बतौर मुख्य अतिथि शिरकत अद्भुत कला और संस्कृति के बीच हरियाणा विधिक सेवा प्राधिकरण दे रहा है। मेले में लगाई गई डालसा की स्टॉल पर आज शुक्रवार को अंबाला की जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीरजा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
36 वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में अद्भुत कला और कल्चर के बीच हरियाणा विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा लोगों को निशुल्क में भारतीय संविधान के कानूनी अधिकारों और कर्तव्यों की विस्तृत जानकारियां निशुल्क में दी जा रही हैं। इसके लिए हरियाणा विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा भारत सरकार के कानून मंत्रालय द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रंखला में लोगों को कला और संस्कृति की अमिट छाप के जरिए कानूनी रूप से भी जागरूक किया जा रहा है। वहीं इसके लिए प्रशासन और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संयुक्त रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से लेकर पंपलेट व किताबों के वितरण करके लोगों को अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के चेयरमैन वाई.एस. राठौर तथा उपायुक्त विक्रम सिंह के कुशल मार्गदर्शन में लोगों को जागरूक करने का कार्य डीएलएसए और जिला प्रशासन द्वारा आपसी तालमेल करके चलाया जा रहा है। सीजेएम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सुकिर्ती गोयल तथा सीजेएम पलवल कुनाल गर्ग के मार्गदर्शन में विभिन्न देशों, प्रदेशों के बुजुर्गों, युवाओं महिलाओं को सांस्कृतिक कार्यक्रमों और कला के जरिए जागरूक किया जा रहा है।
इसी कड़ी में मेले में शुक्रवार को अंबाला की जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीरजा की अध्यक्षता में कला और संस्कृति के कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को कानूनी रूप से जागरूक किया गया। वहीं शिक्षा विभाग के राजकीय गल्र्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल बल्लभगढ़ की छात्राओं द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं और लोगों के कानूनी अधिकारों व मौलिक कर्तव्यों के बारे में प्रस्तुति देकर बताया गया। राधा कृष्ण आइडियल पब्लिक स्कूल अगवानपुर के विद्यार्थियों ने नशा मुक्ति का नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करके उपस्थित लोगों को नशे से दूर रहने के लिए और नशे का विरोध करने हेतु बनाए गए कानूनों के बारे में जागरूक किया।