May 2, 2024

फूड प्वाइजनिंग के कारण अस्पताल में भर्ती हुए 60 बच्चें, पढ़िए खबर

Punjab/Alive News: पंजाब के संगरूर के मेरीटोरियस स्कूल में फूड प्वाइजनिंग के चलते करीब 60 बच्चों के हालत बिगड़ गई। इसके बाद आनन फानन में सभी बच्चों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चों को उल्टी और पेट दर्द की परेशानी हो रही थी. फिलहाल अस्पताल में बच्चों का इलाज किया जा रहा है।

संगरूर के घावदा में बने मेरीटोरियस स्कूल में खाने में गड़बड़ी होने के चलते करीब 60 बच्चे बीमार हो गए. बच्चों को संगरूर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुक्रवार शाम 20 बच्चे पेट दर्द और उल्टी की समस्या को लेकर अस्पताल पहुंचे थे, जिनमें 14 बच्चों को छुट्टी दे दी गई, लेकिन शनिवार सुबह होते ही पेट दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद 35 बच्चे अस्पताल में भर्ती हुए। अभी हॉस्पिटल में 50 से ज्यादा बच्चों का इलाज चल रहा है।

डॉक्टर ने बताया कि शुरुआती जांच में खाने में ही गड़बड़ी के चलते बच्चों को फूड प्वाइजनिंग हुई है, जिसकी जांच की जा रही है. हमने खाने के सैंपल लेने के लिए टीम स्कूल में भेज दी है। बच्चों ने कहा कि हमें दिवाली के बाद से ही खाना खाने के बाद पेट दर्द की समस्या हो रही थी। खाने में कीड़े मिल रहे थे।

इसकी शिकायत भी की थी बच्चों के माता-पिता परेशान हैं। बच्चों के माता-पिता का कहना है कि हमारे बच्चे बीमार हो रहे हैं, लेकिन स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। खाने की गुणवत्ता चेक नहीं की. स्कूल का अपना हॉस्टल है. बच्चे हॉस्टल में ही रहकर पढ़ाई करते हैं। बाहर से किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है।

इस मामले को लेकर जिले के डिप्टी कमिश्नर ने स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग की कई टीमें गठित की हैं, जो इस घटना की एक हफ्ते में रिपोर्ट देंगी. संगरूर सरकारी अस्पताल की डॉक्टर ने बताया कि 20 बच्चे कल रात आए थे. करीब 35 बच्चे आज सुबह आए हैं. सभी बच्चों की सेहत में सुधार है। पेट दर्द और उल्टी की शिकायत लेकर आए थे।

डॉक्टर ने बताया कि 14 बच्चों को छुट्टी दे दी गई है। हमने एक टीम स्कूल में भेजी है, जो खाने का सैंपल लेकर जांच करेगी. शुरुआती जांच में फूड प्वाइजनिंग का पता चला है, क्योंकिक्यों खाना खाने के बाद ही बच्चों को दिक्कत हुई है। घटना के बाद संगरूर से विधायक नरेंद्र भराज भी मौके पर पहुंचीं और सिविल प्रशासन इस पूरी घटना की जांच में जुट गया। फिलहाल बच्चों का संगरूर के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है।