March 28, 2024

जीवन जीने की कला सिखाती है श्रीमदभागवत कथा: सुनील

Faridabad : भागवत मर्मज्ञ सुनील शास्त्री ने कहा कि जहां भगवान के नाम नियमित रूप से लिया जाता है। वहां सुख, समृद्धि व शांति बनी रहती है। जीवन को कर्मशील बनाना है तो श्रीमदभागवत कथा का श्रवण करें। यह जीवन जीने की कला सीखाती है।
वे सैनिक कॉलोनी में आयोजित कथा के दौरान श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। इसके पूर्व कलश यात्रा निकाली गई। मुख्य यजमान प्रवीण आहूजा व शालिनी मुख्य रूप से शामिल हुए। शास्त्री जी महाराज ने कहा कि भगवान की लीला अपरंपार है। वे अपनी लीलाओं के माध्यम से मनुष्य व देवताओं के धर्मानुसार आचरण करने के लिए प्रेरित करते हैं। पहले दिन भगवान के विराट रूप का वर्णन किया गया। इसे सुन श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए। भजन, गीत व संगीत पर श्रद्धालु देर तक झूमते रहे। कथा के आयोजक सुदेश व राम स्वरूप आहूजा हैं। इस मौके पर रितु, रविभूषण खत्री, डॉली, दीपा, मंजू, कविता, जतिन्द्र अरोड़ा, जितेंद्र दसवाल, गुलशन खेत्रपाल और वरुण वर्मा ने