May 5, 2024

ओपन बुक एग्जाम: डीयू ने परिक्षार्थियों के लिए जारी किए दिशा निर्देश

New Delhi/Alive News: दिल्ली विश्वविद्यालय में 15 मई से शुरू होने वाले ओपन बुक एग्जाम (ओबीई) में परीक्षा का तय समय बीते जाने के बाद उत्तरपुस्तिका जमा कराने के लिए परिक्षार्थियों को अधिकतम तीस मिनट मिलेंगे। यह सुविधा केवल इंटरनेट कनेक्टिविटी और अन्य कोई तकनीकी दिक्कत होने पर दी जाएगी। 

दरअसल, परीक्षा की चार घंटे की तय समय सीमा बीत जाने के बाद विद्यार्थियों को अपनी उत्तरपुस्तिका कॉलेज-विभाग के नोडल ऑफिसर को ईमेल करनी होगी। इसके साथ ही उन्हें देरी का दस्तावेजी प्रमाण भी देना होगा। देरी से उत्तरपुस्तिका भेजने वाले मामलों की जांच एक रिव्यू कमेटी करेगी। 

डीयू परीक्षा शाखा की ओर से मई में शुरू होने वाली ओबीई के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि यदि किसी विद्यार्थी को उत्तरपुस्तिका जमा कराने में खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी या अन्य कोई तकनीकी दिक्कत का सामना करना पड़ता है, तो वह परीक्षा समाप्त होने के तीस मिनट बाद तक उत्तरपुस्तिका ईमेल कर सकता है।

यह अधिकतम समय सीमा केवल 30 मिनट की ही होगी। डीन परीक्षा शाखा की ओर से जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि तीस मिनट की देरी से भेजी गई उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन रिव्यू कमेटी के फैसले के आधार पर होगा। ऐसे विद्यार्थियों के रिजल्ट में देरी भी हो सकती है। 

बीते ओबीई की तरह ही इस बार भी उत्तर ए4 साइज पेपर पर ही देने होंगे। ओबीई रिमोट मोड (घर बैठ कर) व फिजिक्ल मोड (कॉलेज आकर) में होगा। जिन छात्रों ने रिमोट मोड का विकल्प लिया होगा उन्हें फिजिकल मोड में परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी। वहीं जो छात्र फिजिकल मोड का विकल्प लेंगे, वह यदि चाहें तो रिमोट मोड में परीक्षा दे सकते हैं। फिजिक्ल मोड में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के लिए कॉलेजों को कोविड-19 की सुरक्षा गाइडलाइंस के आधार पर संसाधनों की व्यवस्था करनी होगी। 

उल्लेखनीय है कि यूजी और पीजी कोर्सेज के लिए परीक्षा 15 मई से शुरू होनी है। इसकेbलिए डीयू प्रशासन की ओर से पहले ही संभावित शेड्यूल जारी किया जा चुका है। परीक्षा के लिए पहले की तरह चार घंटे मिलेंगे। जिसमें तीन घंटे परीक्षा के लिए और एक घंटा विद्यार्थियों को प्रश्न पत्र डाउनलोड करने, उत्तरपुस्तिका पीडीएफ फॉर्म में स्कैन करके उत्तरपुस्तिका को पोर्टल पर अपलोड करने के लिए दिया जाएगा। दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए यह समय सीमा 6 घंटे की है।