November 17, 2024

आंधी-तूफान के बाद जल्द दुरुस्त होगी बिजली सप्लाई, विभाग ने की तैयारी

Chandigarh/Alive News: आंधी-तूफान के बाद अक्सर सूबे के अधिकांश इलाकों में बिजली गुल हो जाती है। कई बार तो कई-कई दिनों तक बिजली सप्लाई बाधित होती है। ऐसे में आमजन को भारी किल्लत का सामना करना पड़ता है, क्योंकि पेयजल सप्लाई भी इससे ठप हो जाती है।

जानकारी के मुताबिक बिजली विभाग अब इस समस्या से निजात पाने के लिए कॉन्ट्रैक्ट से संपर्क किया जाएगा। क्योंकि जब भी बड़ी समस्या होगी तो कॉन्ट्रैक्ट को तुरंत कर्मचारी उपलब्ध कराने होंगे। ताकि बड़ी संख्या में पेड़ गिरने, खंभे गिरने या फिर बिजली लाइन ही ढह जाने की स्थिति में समय रहते बिजली सप्लाई सुचारू कर दी जाए। इसके लिए ठेकेदारों को कुछ राशि दी जाएगी।

ये होती है दिक्कत
कई बार आंधी या तूफान की वजह से एक बड़े या छोटे शहर में 50 से 70 जगहों पर पेड़ गिर जाते हैं या बिजली के खंभे उखड़ जाते हैं। ऐसे में बिजली कर्मियों की टीमें अथक मेहनत करती हैं, फिर भी पूरे शहर की बिजली सप्लाई शुरू नहीं हो पाती। यानी 20 से 30 फीसदी काम हो पाता है। शेष कार्य को पूरा करने में अधिक समय लगता है। ऐसे में प्राइवेट कॉन्ट्रैक्ट के साथ काम का ठेका देकर इस कार्य को त्वरित पूरा कराया जाएगा। ताकि आमजन को बिजली सप्लाई सुचारू रुप से मिल सके।

3 माह रहती है अधिक दिक्कत
प्रदेश मे अप्रैल, मई और जून में अधिक आंधी या तूफान आते हैं। इसी अवधि में सबसे अधिक बिजली सप्लाई बाधित होती है। क्योंकि बड़े पेड़ टूटकर बिजली की लाइनों पर गिर जाते हैं, इससे तार व खंभे बड़ी संख्या में टूट जाते हैं। बिजली विभाग को इस कारण भारी नुकसान होता है, वहीं लोगों को बिजली समय पर नहीं मिल पाती।

पेड़ों की टहनियां काटने का कार्य ठेकेदार से कराया जाएगा
जानकारी के मुताबिक बिजली विभाग के कर्मचारियों को न केवल बिजली सप्लाई दुरुस्त करने का कार्य करना पड़ता है, बल्कि उन्हें ऐसे बड़े पेड़ों की टहनियां भी काटने को मजबूर होना पड़ता है जो बिजली लाइन से टकराकर फाल्ट का कारण बनती हैं।

ऐसे में अब विभाग ने निर्णय लिया है कि पेड़ों की टहनियां काटने का कार्य ठेकेदार से कराया जाएगा। यदि ठेकेदार पेड़ों की टहनियां सही तरीके से नहीं काटता है और फिर भी फाल्ट हो जाता है तो ऐसे में ठेकेदार से रिकवरी भी हो सकेगी।