Faridabad/Alive News : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अलविदा तनाव शिविर के नौंवे दिन आलौकिक जन्मोत्सव मनाया गया। अध्यात्म की राह पर चल निकले श्रद्धालाओं का मानों नया जन्म हो गया हो। चैत्नय श्री लक्ष्मी-नारायण, श्री राधे-कष्ण के रूप में तैयार बहनों और गोप-गोपियों के साथ आलौकि जन्मोत्सव मनाया गया।
इस अवसर पर तनावमुक्ति विशेषज्ञा ब्रह्माकुमारी पूनम ने कहा कि अगर जीवन में स्थाई खुशी एंव शांति चाहते है तो व्यक्ति को अध्यात्मिक बनना ही होगा। पदार्थो में सुख आनंद नही, आनंद भीतर की चीज है इसे भीतर खोजो और वो भी अध्यात्म से आ सकता है बाहर से नही। आपको अध्यात्मिक होना ही पड़ेगा जो अध्यात्मिक होते है उसका सब चीजे अनुकूल दिखती है।
बीके पूनम ने कहा कि अलौकिक जन्म के जन्मदाता स्वयं परमपिता शिव है जिस घर में जन्म होता है उस अनुसार उसके कर्मो और भागय का जाना जाता है। लेकिन भागय परिवर्तन हो सकता है यदि हम अध्यात्म की राह पर चल पड़े। आए सभी श्रद्धालाओं ने आलौकिक जन्मोत्सव की खुशिया मनाई।