Palwal/Alive News: उपायुक्त नरेश नरवाल ने कहा कि जल संचयन व कैच द रेन यानि बरसाती पानी को बचाने की मुहिम को सफल बनाने के लिए जिला में मिशन मोड पर कार्य करें और इसे जन आंदोलन बनाएं। जल शक्ति मिशन के तहत सभी अधिकारी अपने-अपने विभाग से संबंधी लक्ष्य को निर्धारित समयावधि में पूरा करें और कहीं पर भी लापरवाही न बरतें।
उपायुक्त जल शक्ति मिशन के तहत जिला में किए जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि 22 मार्च को विश्व जल दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल शक्ति अभियान के तहत कैच द रेन कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। अब इस कार्यक्रम को जिला स्तर पर कामयाब बनाना है और इसके लिए संबंधित विभाग पूरी तमन्यता से जुट जाएं। इस कार्यक्रम के तहत किए गए कार्यों की निरंतर समीक्षा की जाएगी। जल बचाने की मुहिम के तहत लोगों को भी जागरूक किया जाए। जिले के विभिन्न गांवों में रेन वाटर हार्वेस्टर बनाए जाएं। गांवों में स्थित जोहड़ों की सफाई व पौधारोपण कर उनका सौन्र्दयकरण किया जाए। स्कूलों व सरकारी भवनों में सोख्ते गड्ढे बनवाए जाएं।
उन्होंने बताया कि वन विभाग द्वारा पंचायती भूमि पर पौधे लगाने का कार्य शुरू कर निर्धारित लक्ष्य को पूरा करें। इसी प्रकार मनरेगा के तहत भी पौधे लगवाने का कार्य किया जाएगा। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा गांव-गांव में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। पानी की बचत करने के मकसद से धान के स्थान पर अन्य फसलों की बिजाई के लिए किसानों को प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि जल शक्ति मिशन प्रधानमंत्री की एक महत्वाकांक्षी योजना है, सभी अधिकारी इस मिशन के तहत किए जाने वाले कार्यों को गंभीरता से पूरा करवाएं और जल संरक्षण में अपना भरपूर सहयोग दें।
उन्होंने बताया कि जल संरक्षण के तरीके, सफल कहानियां व इसके संरक्षण की महत्वता बताने के लिए जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए व प्रचार सामग्री का गांव-गांव में वितरण करवाया जाए। जल संरक्षण के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, सोख्ता गड्ढा के अलावा पौधारोपण करवाया जाना आवश्यक है। सभी विभाग अपने-अपने लक्ष्य को निर्धारित समयावधि में अवश्य पूरा करें। इस अवसर पर नगराधीश अंकिता अधिकारी, जिला वन अधिकारी दीपक पाटिल, जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता रमेश कुमार, नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी कुलदीप सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।