November 17, 2024

जानें कब है मोहिनी एकादशी, महत्व और पूजा विधि

हिंदू धर्म में हर वार का बहुत अधिक महत्व होता है। उनमें से एक एकादशी है। ग्यारह तिथि को एकादशी कहा जाता है। शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में यह तिथि दो बार आती है। हिन्दू धर्म में एकादशी का बड़ा महत्व है। वैशाख के महीने में शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी तिथि को ‘मोहिनी एकादशी’ के नाम से भी जाना जाता है। इस बार मोहिनी एकादशी 23 मई यानी कल है।

भावनाओं और मोह से मुक्ति की इच्छा रखने वालों के लिए इस एकादशी का विशेष महत्व है। मोहिनी एकादशी के दिन हरि के स्वरूप राम की पूजा की जाती है।

पूजा विधि
मोहिनी एकादशी के दिन सुबह सबसे पहले घर की सफाई करें। उसके बाद स्नान कर पूजा घर में एक चौकी की स्थापना कर दें। चौकी पर पीले रंग का वस्त्र बिछा दें और विष्णु जी की मूर्ति को विराजमान करके पीले फूल, पंचामृत और तुलसी जल अर्पित करें। फल भी अर्पित कर सकते हैं। विष्‍णु की पूजा करते वक्‍त तुलसी के पत्ते अवश्‍य रखेंऔर सुमद्र मंथन की कथा पढ़ें।

व्रत का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, मोहिनी एकादशी का व्रत नियम और सच्चे मन से करने पर मनुष्य के पापों का अंत होता है। ऐसी मान्यता है कि मोहिनी एकादशी के दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने से कष्टों से मुक्ति मिलती है।