April 26, 2024

साक्षरता दिवस पर विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों ने दिया साक्षरता का संदेश

Faridabad/Alive News : विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर (स्पीच सैशन) का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्रों ने अपने विचारों द्वारा समाज में साक्षारता के महत्त्व को उल्लेखित किया। कार्यक्रम के दौरान कक्षा 9वीं ए की छात्रा गरिमा ने शिक्षा का अर्थ, महत्त्व व उपयोगिता के बारे बताया। प्रियांशु कक्षा 9वीं ए की छात्रा ने ‘फंडामेंटल राइटस कैन बी यूजड बाय ओनली एजुकेटिड पियुप्ल’ विषय पर अपने विचार रखे। कक्षा 9वीं बी की छात्रा तनिषा एवं भारत ने इस अवसर पर क्रमश: ‘नैतिक मूल्यों के बिना शिक्षा अधूरी है’ एवं ‘ऑनली बुक्स ऑर नॉट एजुकेशन, इस्ट बियोंड दैट’ पर स्पीच दी। कक्षा 9वीं ए की छात्रा खुशी कुमारी एवं प्रयाग ने क्रमश: ‘भारत में साक्षारता की स्थिति एवं महिलाओं की शिक्षा में सुधार नीति’ एवं ‘भारत में महिलाओं की साक्षरता स्थिति’ पर विचार प्रकट किए। पूरा स्पीच सैशन शानदार रहा। बच्चों के इस प्रकार की विचार सुनकर सभी ने इसकी सराहना की।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस विश्व में 8 सितंबर को मनाया जाता है। वर्तमान युग में शिक्षा बहुत ज़रूरी है। शिक्षा के बिना किसी कार्यक्रम का नियोजन सम्भव नहीं है। शिक्षा हमारे जीवन का आवश्यक अंग है। सरकार सर्वशिक्षा अभियान चलाकर प्रत्येक व्यक्ति को साक्षर बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है। यादव ने कन्या शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि एक व्यक्ति का शिक्षित होना उसके स्वयं का विकास है, वहीं एक बालिका शिक्षित होकर पूरे घर को संवार सकती है। जब देश का हर नागरिक साक्षर होगा तभी देश की तरक्की हो सकेगी।

कार्यक्रम में बोलते हुए स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने कहा कि साक्षरता का तात्पर्य सिर्फ पढऩा-लिखना ही नहीं बल्कि यह सम्मान, अवसर और विकास से जुड़ा विषय है। दुनिया में शिक्षा और ज्ञान बेहतर जीवन जीने के लिए जरूरी माध्यम है। आज अनपढ़ता देश की तरक्की में बहुत बड़ी बाधा है जिसके अभिशाप से गरीब और गरीब होता जा रहा है। साक्षरता दिवस का प्रमुख उद्देश्य नव साक्षरों को उत्साहित करना है और बेहतर भविष्य के लिए शिक्षा का प्रचार प्रसार करना है। आज के दिन हमें यह संकल्प लेना होगा कि हर व्यक्ति साक्षर बनें, निरक्षर कोई न रहे। कार्यक्रम के दौरान स्कूल के एकेडमिक डॉयरेक्टर सीएल गोयल, प्रिंसीपल शिवानी श्रीवास्तव, शम्मी यादव, को ऑर्डिनेटर योगेन्द्र चौहान एवं स्कूल के अध्यापक एवं अध्यापिकाएं उपस्थित थे।