शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा, मुख्य रूप से छात्राएं होंगी प्रोत्साहित
Alive News/ Faridabad, 19 March : शिक्षा को मानव विकास का आधार मानने वाली विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल की मैनेजमैंट शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए कोई कसर नहीं छोडऩा चाहती। इसी कड़ी में स्कूल ने बच्चों के लिए स्कॉलरशिप प्रोग्राम तैयार किया, जो इस वर्ष बढक़र 5 लाख रुपए हो गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव ने बताया कि स्कूल की शुरूआत से ही शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास किया गया और बच्चों के लिए स्कॉलरशिप उपलब्ध करवाई गई ताकि बच्चे अपनी मेहनत को फलीभूत होते देख और मेहनत और लगन से शिक्षा अर्जन में जुट जाएं।
और स्कूल के स्टॉफ, बच्चों की लगन और अभिभावकों के सहयोग से यह सफल भी हुआ और इस वर्ष स्कॉलरशिप राशि 5 लाख रुपए पहुंच गई है। श्री यादव ने कहा कि बीते 4 वर्षों से हम स्कॉलरशिप उपलब्ध करवा रहे हैं और स्कूल की दोनों शाखाओं में प्ले कक्षाओं से लेकर 12वीं कक्षा तक के जो भी छात्र-छात्रा प्रथम स्थान हासिल करता है उससे किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता। सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि इस स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत लाभान्वित होने वाले बच्चों में ६० प्रतिशत छात्राएं हैं जोकि एक गर्व की बात है। और आशा है कि हमारा यह प्रयास सभी के सहयोग से और बड़ा बनेगा।
हमारा स्कूल का स्टॉफ समय-समय पर सेमीनार एवं अन्य गतिविधियां आयोजित करता रहता है जिससे बेहतर तालमेल के साथ छात्र-छात्राओं की समस्याओं को सुलझाने में मदद मिलती है। स्कूल व अभिभावकों का तालमेल भी शिक्षा के स्तर को सुधारने में काफी महत्व रखता है। स्कूल शिक्षा के साथ-साथ खेल, कला-संस्कृति एवं अन्य एक्सट्रा केरिकुलर एक्टिविटीज़ का भी समय-समय पर आयोजन करता रहता है जिससे बच्चों को खुलकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है।
स्कूल प्रशासन ने दूरदर्शी सोच और अपने शिक्षा को नया आयाम देने के जज्बे से इस शिखर को हासिल किया है। चेयरमैन धर्मपाल यादव के अनुभव और डॉयरेक्टर दीपक यादव की युवा सोच; दोनों ने मिलकर स्कूल को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी तो बनाया ही है साथ ही खेल, कला-संस्कृति और अन्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भी स्कूल के छात्रों को मंच उपलब्ध कराया जिससे स्कूल के छात्रों का मनोबल बढ़ा और उन्होंने भी हर स्तर पर प्रदेश और क्षेत्र का नाम रोशन किया।