November 15, 2024

हुडा टाऊन पार्क स्थित युद्ध स्मारक स्थल पर विजय दिवस समारोह आयोजित

Faridabad/Alive News : जिला सैनिक बोर्ड द्वारा स्थानीय सैक्टर-12 में हुडा टाऊन पार्क स्थित युद्ध स्मारक स्थल पर विजय दिवस समारोह आयोजित किया गया। बोर्ड के अध्यक्ष एवं उपायुक्त चन्द्रशेखर ने इस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि युद्ध स्मारक स्थाल पर पुष्पचक्र चढ़ा कर जिला के युद्ध शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नमन किया। उन्होंने इस अवसर पर जिला के  सम्बन्धित पूर्व सैनिकों, युद्ध वीरांगनाओं एवं सैन्य पदक विजेताओं को जिला सैनिक बोर्ड की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित भी किया।
चन्द्रशेखर ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि 1971 में आज ही के दिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सेना पर युद्ध में विजय प्राप्त की थी। इसके फलस्वरूप पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल ए.के नियाजी ने हमारे देश के सेना प्रमुख जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष अपने लगभग 93 हजार सैनिकों सहित आत्म समर्पण करते हुए हथियार डाल दिए थे और अपनी हार स्वीकार कर ली थी। इसी के फलस्वरूप उस समय विश्व मानचित्र पर बंगला देश के रूप में एक नया देश बनकर उभरा था।
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उन्होंने कहा कि हमारी सैन्य शक्ति व वीर जवानों के अदम्य साहस का ही परिणाम रहा है कि हमारे देश ने हमेशा ही पड़ोसी देश पाकिस्तान को युद्ध में धूल चटाई है और हरा कर उसके दांत खट्टे किए हैं। चन्द्रशेखर ने कहा कि भारतीय सेवा की उस जीत व अमर शहीद सैनिकों द्वारा दिए गए बलिदान की याद में ही हर वर्ष 16 दिसम्बर को विजय दिवस समारोह मनाया जाता है। जिला सैनिक बोर्ड के सचिव मेजर आर.के शर्मा ने मुख्य अतिथि उपायुक्त चन्द्रशेखर का स्वागत व्यक्त करते हुए कहा कि जिला सैनिक बोर्ड की ओर से जिला के सभी पूर्व सैनिकों व सैन्य परिवारों को सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं को पूरी ईमानदारी व गम्भीरतापूर्वक क्रियान्वित किया जाता है। उन्होंने समारोह में आये सभी सैन्य परिजनों का भी स्वागत एवं आभार प्रकट किया।
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इस अवसर पर पूर्व सैन्य अधिकारी मेजर जनरल के.बी नारंग, मेजर जनरल एस.के दत्त, मेजर ए.के बहल, विंग कमाण्डर एस.एस सरीन, कर्नल ऋषिपाल, कैप्टन टी.डी जटवानी, डी.सी.पी सैन्ट्रल विरेन्द्र विज व ए.सी.पी सैन्ट्रल आत्माराम तथा कार्यक्रम के सहयोगी होली चाइल्ड पब्लिक स्कूल सैक्टर-29 के संचालक एस.सी भाटिया सहित कई अन्य पूर्व सैन्य अधिकारी, जिला के सम्बन्धित अधिकारी, सैन्य परिवारों के प्रतिनिधि एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।