Faridabad/Alive News : ‘पीएम स्ट्रीट वेंडर’ के तहत नगर निगम एनआईटी क्षेत्र में 15 जगहों पर रेहड़ी-पटरी वालों को जगह देने जा रहा है। इसमें करीब 300 पात्रों को लाभ मिलेगा। साथ ही इनके लिए खास प्रकार की रेहड़ी डिजाइन होंगी। जिसमे सामान सुरक्षित तरीके से लंबे समय तक रखा जा सके।
नगर निगम ने करीब तीन साल पहले शहर को रेहड़ी मुक्त बनाने का अभियान शुरू किया था। इसके तहत एक निजी एजेंसी को शहर में सर्वे कराया गया था। योजना के तहत रेहड़ी पर सामान बेचने वालों को वेंडिंग जोन में स्थानांतरित किया जाना था। इसके तहत नगर निगम ने सेक्टर-21 और एनआईटी चिमनी बाई धर्मशाला के सामने वेंडिंग जोन बनाया था। दोनों जगहों पर करीब 50 लोगों को जगह दी गई थी। बाद में सर्वे एजेंसी पर कई गंभीर आरोप लगे, इसके बाद मामला पेंडिंग हो गया।
जिसके बाद एक बार फिर पेंडिंग पड़ा कार्य पीएम स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना के तहत शुरू किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार इसमें करीब 5300 रेहड़ी पटरी वालों ने ऑनलाइन आवेदन किए हैं। इनमें पात्रों के जरूरी कागजात की जांच की गई। इसमें करीब 1400 स्ट्रीट वेंडरों को बैंक से ऋण मिल चुका है और बाकी बचे आवेदकों की फाइलों की जांच के बाद उन्हें पैसे जारी किया जायेगा। पीएम स्वनिधि योजना के तहत पात्र वेंडर को दस हजार रुपये बैंक से ऋण मिलता है।
मिली जानकारी के मुताबिक एनआईटी जोन में और वेंडिंग जोन बनाने की योजना है। वहीं सेक्टर-21 और एनआईटी चिमनी बाई धर्मशाला के पास वेंडिंग जोन पहले से बना हुआ है। यहां पर कई लोगों ने तय जगह से ज्यादा अवैध कब्जा कर रखा है। उन्हें खुद हटने के लिए मुनादी करा दी गई है। यदि लोग खुद अतिक्रमण नहीं हटाते तो निगम की टीम इस पर कार्रवाई करेंगी।
नगर निगम की एनआईटी क्षेत्र में 15 स्मार्ट वेंडिंग जोन बनाने की योजना में एक, दो, तीन, चार और पांच शामिल हैं। साथ ही निगम के सभी पार्षदों को पत्र लिखकर इस संबंध में पार्षदों से जानकारी मांगी गई है। जिससे उन क्षेत्रों में भी रेहड़ी पटरी वालो को जगह दी जा सके। निगम की योजना है कि पात्रों को ऐसी रेहड़ी उपलब्ध कराई जाए, जिससे सामान जल्द खराब न होने पाए।