Palwal/Alive News: उपायुक्त कृष्ण कुमार ने बताया कि कृषि महानिदेशक डॉक्टर हरदीप सिंह ने खाद की मुख्य निर्माता कंपनियों इफको, कृभको, चंबल, आई.पी.एल., पी.पी.एल., जी.एफ.एस.सी. के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की और प्रांत में उर्वरकों के स्टॉक का जायजा लिया। इस बैठक में मुख्य कंपनियों के उच्च अधिकारियों ने बताया कि स्टॉक अनुसार प्रांत में यूरिया की कोई कमी नहीं है।
डीएपी, एन.पी.के. और एस.एस.पी. 16 प्रतिशत का रबी की फसल की बुआई के लिए पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। इसलिए किसानों को खाद को लेकर चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है, उन्हें समय पर खाद उपलब्ध करवा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशानुसार 15 अक्तूबर से पहले हरियाणा प्रांत में 40 हजार मैट्रिक टन डीएपी का पहुंचना निश्चित है।
इसके साथ ही साथ कंपनियों के उच्च अधिकारियों ने सलाह दी कि सरसों के लिए एस.एस.पी. सबसे अच्छा खाद है, क्योंकि उसमें फास्फोरस के अलावा सल्फर तत्व भी होता है, जोकि सरसों में तेल की मात्रा को बढ़ाता है। इसी प्रकार से एन.पी.के. में तीन मुख्य तत्वों की मात्रा मौजूद होती है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे गेहूं व अन्य फसलों की बुआई के समय एन.पी.के का प्रयोग करें, इससे भूमि की उर्वरता शक्ति बढ़ती है और पैदावार भी अच्छी होती है।