Chandigarh/Alive News : एक अज्ञात युवक पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर के नाम से फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर डीजीपी मुख्यालय में एक सिपाही के तबादले की सिफारिश की सिफारिश की है। आरोपी ने सिपाही का तबादला कलानौर थाने से फिरोजपुर झिरका करने की बात कही गई है। वही मुख्यालय के निर्देश पर जब डीएसपी ने पूरे मामले की जांच की तो फर्जीवाड़ा सामने आया।
मिली जानकारी के अनुसार आर्य नगर थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार डीजीपी कार्यालय को बीजेपी नमो: संघ के नाम से 3 अगस्त को एक ई-मेल मिली थी। ई-मेल में एक पत्र भी अटैच किया गया था। जिसमें लिखा हुआ है कि कलानौर थाने में तैनात सिपाही प्रीतम का ट्रांसफर फिरोजपुर झिरका किया जाए।
जब इस संबंध में डीजीपी ने पूर्व मंत्री के कार्यालय में बात की तो पता चला कि मनीष ग्रोवर इस तरह की कोई ई-मेल इस्तेमाल नहीं करते। मामले की जांच के लिए एडीजीपी ने रोहतक पुलिस को निर्देश दिए। डीएसपी मुख्यालय ने मामले की जांच की तो सच्चाई सामने आ गई। जांच के बाद आईटी एक्ट व धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बता दें, कि फर्जीवाड़े का यह पहला मामला नहीं है। हाल ही में फरीदाबाद जिले के नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव के नाम से भी किसी अज्ञात ने की भी फेसबुक आईडी बनाकर उनके फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों से पैसों की मांग की थी। लेकिन जैसे ही निगमायुक्त को इस फर्जीवाड़े की शिकायत मिली उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट सांझा कर लोगों को से पैसे न देने की अपील की। इसके अलावा पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं घटित हो चुकी है।