New Delhi/Alive News: जी-20 शिखर सम्मेलन में रविवार की सुबह विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों सहित विदेशी मेहमान राजघाट जाएंगे और लगभग एक घंटा व्यतीत करने के बाद वे प्रगति मैदान जाएंगे, जिस कारण रविवार सुबह से दोपहर तक नई दिल्ली के साथ मध्य दिल्ली के इलाकों में भी यातायात बाधित रहेगा। वहीँ कुछ सड़कों को सुरक्षा के चलते बंद किया जाएगा। साथ ही नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को भी परेशानी हो सकती है।
राजघाट की तरफ आने वाले रास्तों को किया बंद
सुबह सवा 8 बजे से विभिन्न होटलों से विदेशी मेहमान राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर जाएंगे। यहां से साढ़े 9 बजे ये काफिले प्रगति मैदान स्थित मंडपम के लिए रवाना होंगे। करीब 11 बजे विभिन्न राष्ट्राध्यक्षों के परिवार के सदस्यों का काफिला होटलों से राजघाट के लिए निकलेगा। वे सुबह लगभग 11:30 बजे राजघाट पहुंचेंगे और वहां से दोपहर 12:30 बजे वापस होटल जाएंगे। इस दौरान राजघाट की तरफ आने वाले रास्तों को बंद रखा जाएगा।
इन सड़कों पर आवाजाही की अनुमति दी
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, कार्यक्रम के कारण नई दिल्ली के साथ मध्य दिल्ली का कुछ हिस्सा भी प्रभावित रहेगा। राजघाट की तरफ आम वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी। इस वजह से जवाहर लाल नेहरू मार्ग, बहादुरशाह जफर मार्ग, दिल्ली गेट, दरियागंज, गीता कॉलोनी आदि रास्तों पर यातायात सुबह 5 बजे से दोपहर एक बजे तक बंद रहेगा। दोपहर बाद इन सड़कों पर आवाजाही की अनुमति दी जाएगी। वहीं, ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगाई गई तीन दिवसीय पाबंदियां रविवार रात 12 बजे समाप्त होंगी।
मेट्रो का इस्तेमाल करने की सलाह
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, रविवार सुबह यात्रियों को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अजमेरी गेट की तरफ और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी रोड की ओर जाने में दिक्कत हो सकती है। लोग नई दिल्ली स्टेशन जाने के लिए पहाड़गंज की तरफ और पुरानी दिल्ली स्टेशन जाने के लिए कश्मीरी गेट की तरफ जाएं। परेशानी से बचने को मेट्रो का प्रयोग करें।
नई दिल्ली में प्रवेश के लिए लंबी कतार
जी-20 सम्मेलन को लेकर पुलिस ने नई दिल्ली में आम वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगा रखी है, मगर नई दिल्ली में रहने वालों को आवाजाही की छूट है। इसके चलते रात में नई दिल्ली में प्रवेश के लिए कई जगह वाहनों की लंबी कतारें दिखीं। पुलिस दस्तावेज देखने के बाद ही प्रवेश दे रही थी। इसके चलते लोगों को अपनी बारी के लिए इंतजार करना पड़ा।