नींद हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। एक वयस्क को रोजाना 7-8 घंटे की गहरी नींद लेनी चाहिए। लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास नींद के लिए पूरा समय नहीं होता। नींद पूरी न होने पर शरीर कई तरह के संकेत देता है, जिन्हें पहचानकर आप समय रहते इस परेशानी को हल कर सकते हैं।
आंखों के नीचे काले घेरे और सूजन
अगर आपकी आंखों के नीचे लगातार काले घेरे (डार्क सर्कल्स) बने रहते हैं या आंखें सूजी हुई दिखती हैं, तो यह नींद की कमी का सबसे पहला संकेत है। नींद पूरी न होने से त्वचा में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, जिससे आंखों के आसपास की त्वचा पतली होकर काले धब्बे दिखने लगते हैं।
थकान और सुस्ती महसूस होना
अगर आप पूरे दिन थका हुआ महसूस करते हैं या छोटे-छोटे काम करने में भी आलस आता है, तो यह नींद की कमी का लक्षण हो सकता है। पूरी नींद न लेने से शरीर की एनर्जी खत्म हो जाती है और दिमाग को पूरी तरह आराम नहीं मिल पाता। नींद पूरी न होने का सीधा असर हमारी मेंटल हेल्थ पर पड़ता है। इससे व्यक्ति जल्दी गुस्सा करने लगता है, चिड़चिड़ा हो जाता है या उसका मूड बार-बार बदलता रहता है। नींद की कमी से तनाव बढ़ता है और दिमाग में हैप्पी हार्मोन्स (जैसे सेरोटोनिन) का लेवल गिरने लगता है।
बार-बार बीमार पड़ना
अगर आपको जल्दी-जल्दी सर्दी-जुकाम, बुखार या अन्य इन्फेक्शन हो रहे हैं, तो यह कम नींद का नतीजा हो सकता है। नींद हमारी इम्युनिटी को मजबूत बनाती है। जब नींद पूरी नहीं होती, तो शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता कमजोर हो जाती है और बीमारियां जल्दी शिकार बना लेती हैं।
नाेट- लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।