Faridabad/Alive News: नीमका जेल में बंद कैदी की पत्नी ने हाल ही में सब इंस्पेक्टर मनोज कुमार पर रुपए ऐठने और दुष्कर्म का आरोप लगाया था। लेकिन मिली जानकारी के मुताबिक अब महिला मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान से पलट गई है। महिला की शिकायत पर सेंट्रल महिला थाने में सब इंस्पेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। अब महिला थाना पुलिस ने शिकायतकर्ता महिला के बयान मजिस्ट्रेट के सामने कराए है, जहां महिला पूरी तरह अपने बयान से पलट गई है।
जानकारी के अनुसार महिला ने दुष्कर्म की बात से इन्कार करने के साथ ही उसने अपना मेडिकल कराने से भी इन्कार कर दिया है। इस मामले में आरोपित सब इंस्पेक्टर को पुलिस आयुक्त विकास ने सब इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया हुआ है।
बता दें, कि एचएसवीपी सेल में तैनात सब इंस्पेक्टर मनोज के खिलाफ को महिला थाना सेक्टर-16 में एक महिला की शिकायत पर दुष्कर्म व रुपये ऐंठने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। महिला ने शिकायत में बताया था कि वर्ष 2020 उसके पति पर हत्या का प्रयास और अवैध हथियार की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था।
इस मुकदमे में उसका पति नीमका जेल में बंद था। इसी दौरान महिला की मुलाकात सेक्टर-12 एचएसवीपी सेल में तैनात सब इंस्पेक्टर मनोज से हुई। मनोज ने खुद को इंस्पेक्टर बताया और कहा कि उसकी तैनाती क्राइम ब्रांच में है। उसने महिला से यह कहते हुए निकटता कर ली कि पति को जेल से बाहर निकलवाने में मदद करेगा।
महिला ने आरोप लगाया कि मनोज ने पति को जेल से बाहर निकलवाने में मदद करने के नाम पर करीब चार लाख रुपये लिए और दिसंबर 2021 में कार में उसके साथ दुष्कर्म किया। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी इस मामले का संज्ञान लिया था और मुख्य सचिव एवं डीआईजी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।