November 18, 2024

2 माह में आयकर रिटर्न जमा कराने पर आपत्ति जताते हुए प्राईवेट स्कूल फेडरेशन ने उपमुख्यमंत्री को लिखा पत्र

Faridabad/Alive News : हरियाणा के आयकर विभाग ने प्रदेश के सभी निजी स्कूलों संचालकों को वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले 2 माह में स्कूल से संबंधित आयकर रिटर्न की जानकारी बैलेंस शीट सहित विभाग के सोसाइटी रजिस्ट्रार पोर्टल पर अपलोड करने के आदेश दिए है। इस पर फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है।

दरअसल, फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा का कहना है कि हरियाणा में कोरोना संक्रमण चलते आयकर विभाग में जानकारी देने की अंतिम तिथि 30 सितंबर दी गई है। लेकिन राज्य में जब से नया सोसाइटीज एक्ट 2013 लागू हुआ है। तब से सोसाइटी को विभिन्न तरह की जानकारी देने की अंतिम तिथि मई माह की 31 तारीख दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसी बहुत सारी छोटी संस्थाएं है जो सामाजिक एवं धार्मिक कार्य करती हैं। यह सोसाइटी ज्यादातर लोगों द्वारा दिए गए अनुदान एवं बच्चों से छोटी-छोटी चीज लेकर अपना काम करते हैं और कुछ संस्थाएं जो शिक्षण संस्थान चलाते हैं वह भी मुश्किल से अपने खर्चों को पूरा कर पाती हैं।

अध्यक्ष ने कहा कि इनके पास ना तो कोई अलग से अकाउंट होता है और ना ही कोई सीए की सुविधा। ऐसे में वित्त वर्ष खत्म होने के 2 महीने के अंदर बैलेंस शीट सहित सारी जानकारियां सोसाइटी रजिस्ट्रार पोर्टल पर अपलोड करने में असमर्थ है और पिछले कई वर्षों से इन सोसिटीज के पास आयकर रिटर्न को लेकर पूरी जानकारी भी उपलब्ध नही है और विभाग की ओर से उन लगातार पर फाइन लगाए जा रहे है। अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा का कहना है कि कोरोना आपदा में जहां एक तरफ सभी ऑफिस और व्यापारिक गतिविधियां बंद है। ऐसे में स्कूल सोसिटीज अपनी बैलेंस शीट किस तरह पूरी करे और किस तरह आयकर विभाग को मुहैया कराई जाए। अध्यक्ष ने कहां की सरकार ने शायद कुछ बड़ी एनजीओ और संस्थाओं को ध्यान में रखते हुए जानकारी मुहैया कराने की अंतिम तिथि 31 मई रखी है परंतु सभी संस्था इतनी बड़ी नहीं है। उन्होंने कहा कि सोसायटी रजिस्ट्रार पोर्टल पर विभिन्न जानकारी देने की अंतिम तिथि हमेशा के 15 दिन के बाद तक की होनी चाहिए और पुनर्विचार कर अंतिम तिथि बड़वाई जाए ताकि इस महामारी के दौर में सभी लोगों को राहत मिल सके।