Faridabad/Alive News: ग्रेटर फरीदाबाद के निवासियों में स्थानीय मूलभूत व्यवस्थाओं की बदहाल स्थिति को लेकर शासन और प्रशासन के खिलाफ रोष बढ़ता ही जा रहा है। सेव फरीदाबाद संस्था, वेलफेयर कमेटी व ग्रेटर फरीदाबाद की विभिन्न सोसाइटीज के आरडब्लूऐ पदाधिकारियों के नेतृत्व में आज सैंकड़ों की संख्या में निवासियों ने लार्ड कृष्णा चौक से डीपीएस चौक तक प्रदर्शन किया और धरना दिया।
लोगों का कहना है कि ग्रेटर फरीदाबाद आज खुले आम लूट का पर्याय बन चुका है। सरकार, स्थानीय नेतृत्व और प्रशासन कुम्भकर्ण की नींद सो रहे हैं और करोड़ों रुपये खर्च करके ग्रेफ निवासियों की नींद हराम हो चुकी है। सेव फरीदाबाद के ग्रेटर फरीदाबाद संयोजक व वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष रमेश गुलिया ने बताया कि पूरे ग्रेटर फरीदाबाद में सड़कों की हालत जर्जर है और यहाँ 6-8 इंच के जानलेवा गड्ढे हैं।
विंग कमांडर (सेवा निवृत्त) सतिंदर दुग्गल ने कहा कि अब लोग घरों में चुप नहीं बैठेंगे और अपने हक़ की लड़ाई मज़बूती से लड़ेंगे। सेव फरीदाबाद के अध्यक्ष पारस भारद्वाज ने ढोल बजा कर प्रदर्शन किया और इस क्षेत्र को ग्रेटर समस्याबाद बताते हुए तंज कसा कि फरीदाबाद में शासन और प्रशासन केवल आश्वासन बन कर रह गया है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दीनदयाल योजना के नाम पर चारों तरफ ज़मीन की खरीद फरोख्त हो रही है और यह सब केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर के संरक्षण में हो रहा है। महिला शक्ति का नेतृत्व कर रही इंद्रा कोठारी, पूजा शर्मा, दीपा सक्सेना व अन्य महिलाओं ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार 500 मीटर की कोई सड़क चलने लायक तो बना नहीं सकी पर हर 500 मीटर पर शराब का ठेका और आहता खोलने में ज़र्रूर कामयाब रही है।
सभी महिलाओं ने एक स्वर में कहा कि इस सब की वजह से क्षेत्र में हमारी बहन बेटियां तक सुरक्षित नहीं है। मंच का संचालन कर रहे जयंत मोहंती, खालिंदर शर्मा, राजीव भारद्वाज और अभिषेक द्विवेदी ने कहा कि इस बार जनता वोट की चोट से इन नेताओं को जवाब देगी और आने वाले निगम के चुनाव में चिन्ह नहीं चेहरे को प्राथमिकता देगी।
संतोष चौरिया,अमित गुप्ता,अशोक मेहता , चेतन भारद्वाज, नरवीर यादव, अभिषेक श्रीवास्तव, भगत सिंह , अमित शर्मा, एमसी गुप्ता, उमेश प्रभाकर ,जसपाल बक्शी, अजय मिगलानी नरेश पाठक, तारकेश्वर पांडेय व अन्य सैंकड़ों ग्रेटर फरीदाबाद के लोगों ने इस प्रदर्शन में प्रशासन और सरकार के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया।