Faridabad/Alive News : निजी स्कूलों ने 134ए के तहत गरीब विद्यार्थियों का दाखिला लेने से साफ इंकार कर दिया है। बच्चों का दाखिला ना होने से परेशान अभिभावक एक बार फिर मंगलवार के दिन अपनी समस्या को लेकर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पहुंचे। लेकिन अभिभावक मंगलवार को भी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी से नहीं मिल सके। जिसके बाद अभिभावक जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे और उनको अपनी समस्याओं से अवगत कराया। जिला शिक्षा अधिकारी ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को एक पत्र जारी कर जल्द से जल्द कार्यालय पर उपस्थित होकर अभिभावकों की समस्या पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।
डीईईओ कार्यालय से रहती हैं अनुपस्थित
वहीं अभिभावकों ने डीईईओ पर आरोप लगाया है कि वह आज छह दिन से अपने बच्चों के दाखिले के लिए दर दर भटक रहे है और जब अपनी समस्याओं के समाधान के लिए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचते है तो कभी भी उनकी मुलाकात जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी से नही हो पाती है। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी हर समय कार्यालय से अनुपस्थि रहती हैं।
अविभावकों से डीईईओ कार्यालय के कर्मचारी करते है दुर्व्यवहार
इसके अलावा अविभावकों ने बताया कि डीईईओ अधिकारी की अनुपस्थिति में उनके कार्यालय के कर्मचारी अभिभावकों से दुर्व्यवहार करते है। इतना ही नहीं, आलम यह है कि उनके कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी की अनुपस्थिति में उनके हस्ताक्षर तक खुद करते हैं और अभिभावकों की शिकायत पर कहते है कि इस मामले में वह कुछ नहीं कर सकते, उन्हें अपनी समस्याओं के समाधान के लिए चंडीगढ़ जाना होगा और अभिभावकों को धक्का देकर कार्यालय से बाहर निकाल दिया जाता है।
निजी स्कूल संचालक दाखिला देने से कर रहे है इंकार
अभिभावकों का कहना है वह मंगलवार सुबह 10 बजे से अपने बच्चों के दाखिले की उम्मीद लगाए स्कूल के सामने खड़े रहे। लेकिन स्कूल संचालक ने उनके बच्चों का दाखिला लेने से मना कर दिया। जिसके बाद अभिभावक जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे। लेकिन कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों ने अभिभावकों की समस्या सुनने की बजाए उनके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया और अभिभावकों को धक्का देकर कार्यालय से बाहर निकालने के बाद पुलिस को भी बुला लिया। जिसके बाद अभिभावक जिला शिक्षा अधिकारी से मिले।
क्या कहना है जिला शिक्षा अधिकारी का
134ए के तहत कई निजी स्कूल है जो दूसरी से आठवीं तक के बच्चों को दाखिला देने से मना कर रहे है। इसी को लेकर अभिभावक और बच्चे बहुत परेशान है और लगातार जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय पर अपनी समस्या के समाधान के लिए पहुंच रहे है। लेकिन अभिभावकों की मुलाकात जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी से नही हो सकी है। जिसके बाद अभिभावक मेरे पास आये और उन्होंने अपनी समस्या से उन्हें अवगत कराया। जिस पर कार्यवाही करते हुए हमने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।
-रितु चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी फरीदाबाद।