May 21, 2024

शादी समारोह परीक्षार्थियों पर पड़ रहे हैं भारी, परेशान परीक्षार्थियों के लिए पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

Poonam Chauhan/Alive News
Faridabad:
शादी का सीजन शुरू हो गया है। अगले 107 दिनों में 38 शुभ मुहूर्त हैं। 17 अप्रैल से शुरू होकर लगन के शुभ दिन जुलाई तक चलेंगे। कोरोना के कारण पिछले 2 सालों से शादियों में रौनक नहीं देखने को मिल रही थी, लेकिन इस बार कोरोना को लेकर किसी भी तरह की कोई पाबंदी नहीं है। तो ऐसे में इस बार शादियों में खूब धूम मच रही है। लोग समारोह में रात 12 बजे तक डीजे और लाउडस्पीकर बजा रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने दस बजे तक लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति दी है। अगर कोई आदेशों की अवहेलना करता है तो उसकी शिकायत डायल 112 पर दी जा सकती है।

शहर के हजारों परीक्षार्थी इन दिनों दसवीं, बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं। उधर, शहर के लगभग सभी हिस्सों में डीजे, लाउड स्पीकर का शोर शाम होते ही कहर ढ़ाने लगता है। शोर से परेशान तो हर तबका है, लेकिन छात्र-छात्राओं की परीक्षा की तैयारी चौपट हो रही है। हरियाणा बोर्ड बारहवीं के एग्जाम 30 मार्च से शुरू हुए थे और 17 अप्रैल तक चलने हैं। वहीं 10वीं के एग्जाम 31 मार्च से शुरू हुए थे और वो भी 20 अप्रैल को खत्म होंगे। जबकि सीबीएसई टर्म- 2 परीक्षा 26 अप्रैल से शुरू होने वाली है। सीबीएसई 10वीं, 12वीं टर्म-2 परीक्षा 26 अप्रैल से दो घंटे की होगी, जो सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक आयोजित की जाएगी। लेकिन फरीदाबाद प्रशासन ने शादियों के डीजे से उपजने वाले शोर से राहत के लिए कोई इंतजाम नहीं किया है।

शादी-विवाह का सीजन होने के कारण फार्म हाउस, लाउडस्पीकर और डीजे अप्रैल से लेकर जुलाई तक पूरी तरह बुक है। डीजे और साउंड को लेकर हाईकोर्ट की ओर से शादी विवाह में दो साउंड बॉक्स लगाने की हा अनुमति दी गई है, लेकिन लोग शादी और पार्टियों में आठ-आठ साउंड बॉक्स लगाकर निकलते हैं। हाईकोर्ट ने यह निर्देश ध्वनि प्रदूषण को देखते हुए जारी किए थे। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को निगरानी के निर्देश दिए थे। जानकारों का कहना है कि बारात में लगने वाले डीजे की आवाज 100 से 150 डेसीबल तक होती है। यह आवाज इतनी तेज होती है कि आधा किमी तक सुनाई देती है।

रात 10 बजे बाद बंद हो डीजे
वैवाहिक व मांगलिक कार्यों में अक्सर देखने में आता है, कि देर रात आयोजन कर ध्वनि प्रदूषण फैलाया जाता है। इससे पर्यावरण के साथ मनुष्यों के ध्वनि यंत्रों पर भी प्रभाव पड़ता है। बोर्ड परीक्षार्थियों की परीक्षा चल रही है, उच्च अंक लाने के उद्देश्य से विद्यार्थी रात के समय पढ़ाई करते हैं। ऐसे में डीजे का शोर गुल परीक्षार्थियों की पढ़ाई में खलल डाल रहा है। आदेश मांगलिक परिसर, मैरिज गार्डन एवं धर्मशालाओं पर लागू रहेंगे।

क्या कहना है परीक्षार्थियों का
डीजे, लाउडस्पीकर का शोर दिन के अलावा रात में भी सुनाई देने से पढ़ाई पर व्यापक असर पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा इस पर संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
-राहुल, पल्ला।

तेज शोर के कारण पढ़ाई में एकाग्रता करने में काफी दिक्कत होती है। डीजे, लाउडस्पीकर का शोर बंद होना चाहिए।
-संजय, एनआईटी-पांच।

क्या कहना है एक्सपर्ट का
लगातार ध्वनि प्रदूषण के संपर्क में रहने से सुनने की क्षमता में कमी आ सकती है। बच्चों के कान के पर्दे खराब हो सकते हैं, पढ़ाई के दौरान ध्यान भंग होता है। बैंड पार्टियों, डीजे में मानक डेसीबल ये अधिक आवाजों पर ध्वनि प्रदूषण देखा जाता है।
-डॉ. योगेश आहूजा।

क्या कहना है पुलिस प्रवक्ता का
लोगों को कानून द्वारा निर्धारित समय पर अपने डीजे व लाउडस्पीकर बंद कर देने चाहिए और तेज आवाज में इन उपकरणों को नहीं बजाना चाहिए। लोगों को दूसरों की भावनाओं का भी सम्मान करना चाहिए और वृद्ध, बीमार और विद्यार्थियों का भी ध्यान रखना चाहिए फिर अगर किसी को परेशानी है तो 112 पर कॉल करें, या फिर स्थानीय पुलिस को सूचित करें।
-सूबे सिंह, पुलिस प्रवक्ता फरीदबाद।