Faridabad/Alive News : शहर में यमुना के बढ़े जलस्तर के बाद आस-पास के गांवों में जिला प्रशासन गंभीरता से लोगों की मदद कर रहा है। यमुना से सट्टे इलाकों के सभी गांवों के लिए अलग-अलग नोडल अधिकारी नियुक्त किये गए है।
एक रात में लगभग ढाई हजार से अधिक लोगों का रेस्क्यू एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम किया। इससे पहले भी अलग-अलग स्थानों से 1500 लोगों को रेस्क्यू किया है। वहीं दूसरी ओर भोपानी गौशाला से गाय और यमुना के क्षेत्र में मौजूद पालतू मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर लाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
शुक्रवार को जिला उपायुक्त विक्रम सिंह ने बसंतपुर का दौरा किया। उन्होंने दिल्ली के डीएम पूर्वी से बात कर यमुना बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र से बिजली के कनेक्शन हटवाए। इसके बाद उपायुक्त ने यमुना तटबंध का दौरा किया। उन्होंने ने बताया कि तीन स्थान ऐसे है जहाँ तटबंध कमजोर है। यहां पर पत्थर, रेत के कट्टे और मिट्टी लगी हुई है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों को लगातार पेट्रोलिंग के निर्देश दिये है।
स्वास्थ्य विभाग की 25 टीमें की गई हैं तैनात
विक्रम सिंह ने बाढ़ से प्रभावित शेल्टर होम में लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एंबुलेंस भी लगवाई गई है और साथ ही स्वास्थ्य विभाग की 25 टीमों का गठन किया है। उनके द्वारा स्वास्थ्य कैंपों के निरीक्षण के दौरान सीएमओ डा. विनय गुप्ता को निर्देश दिए कि किसी भी तरह की दवाइयों की कमी नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि लालपुर में तटबंध में ग्रामीणों ने नीचे से पाईप दबने के कारण जलस्तर बढ़ा तो बांध में दरार आनी शुरू हो गई। इसके तुरंत बाद यहां पत्थर और मिट्टी के कट्टे लगवाए गए। इसके साथ ही बांध के साथ-साथ मिट्टी लगाकर मजबूत कर दिया है। साथ ही तीन प्वाइंटों की मरम्मत करवाई गई है।
चोरी की मिली शिकायतों के बाद पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश
उपायुक्त विक्रम सिंह ने मंझावली में दौरे के दौरान ग्रामीणों से बातचीत के दौरान जानकारी मिली कि यमुना क्षेत्र में खाली मकानों से सामान चोरी हो रहा हैं। इस पर उपायुक्त ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि लगातार पेट्रोलिंग बढ़ाएं।
पीने के पानी के लिए टैंकरों की व्यवस्था की, खाना मौके पर ही बनाने के निर्देश
उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि बाढ़ पीड़ित लोगों को पीने के पानी की व्यवस्था के लिए टैंकर लगाए गए हैं। इसके अलावा खाने के पैकेट लगातार रैडक्रास के माध्यम से भिजवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को दिक्कत न हो, इसके लिए मौके पर ही खाना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
यमुना से सटे गांवों में वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी कमान
उपायुक्त विक्रम सिंह आदेश जारी करते हुए यमुना से सटे गांवों में वरिष्ठ अधिकारियों को ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें एसडीएम परमजीत चहल को बसंतपुर, ददसिया, किडावली, लालपुर, मौजमाबाद, भस्कोला, महावतपुर में नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। एसडीएम बडख़ल पंकज सेतिया को अमीपुर, सिधोला, चिरसी, कबूलपुर पट्टी महताब, कबूलपुर पट्टी परवरीश गांव, एक्सईएन पीडबल्यूडी बीएंडआर प्रदीप संधू को अकबरपुर, माजरा शेखपुर, दयालपुर, मंझावली, गुरसान गांव में, डीटीपी राजेंद्र शर्मा को नंगला माजरा, चांदपुर में, जीएम डीआईसी को शाहजहांनपुर, शाहपुरा, बिकुका गांव में, एसडीएम त्रिलोक चंद को दुलीपुर, नतीफपुर, जफरपुर माजरा छांयसा, छायसां और मोहना, डीडीपीओ राकेश मोर को कांवरा, डूंगरपुर, रायपुर कलां, पल्हेड़ा और तिलोरी खादर गांव में नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
यमुना से सटे 32 गांवों में 14 से 16 जुलाई तक छुट्टी के आदेश
उपायुक्त विक्रम सिंह ने यमुना से सटे 32 गांवों में 14 से 16 जुलाई तक छुट्टी के आदेश जारी किए हैं। इनमें बसंतपुर, ददसिया, किडावली, लालपुर, मौजमाबाद, भस्कोला, महावतपुर, अमीपुर, सिधोला, चिरसी, कबूलपुर पट्टी महताब, कबूलपुर पट्टी परवरीश गांव, अकबरपुर, माजरा शेखपुर, दयालपुर, मंझावली, गुरसान, नंगला माजरा चांदपुर, शाहजहांनपुर, शाहुपुरा, बिकुका, दुलीपुर, नतीफपुर, जफरपुर माजरा छांयसा, छायसां और मोहना, कांवरा, डूंगरपुर, रायपुर कलां, पल्हेड़ा और तिलोरी खादर गांव शामिल हैं।