October 4, 2024

नूरजहाँ के समय से शुरू हुआ गुलाब देने का रिवाज

गुलाब के फूल को अपनी फीलिंग्स एक्प्रेस करने का प्रतीक माना जाता है माना जाता है कि मुगल बेगम नूरजहां को लाल गुलाब बहुत पसंद था कहा जाता है कि नूरजहां के दिल को खुश करने के लिए उनके पति रोज टन के हिसाब से ताजे गुलाब उनके महल भिजवाया करते थे।

एक और मान्यता के मुताबिक, महारानी विक्टोरिया के समय में लोगों ने अपनी फीलिंग्स को एक्सप्रेस करने के लिए गुलाब के फूल को आदान-प्रदान करने की परंपरा की शुरुआत की थी माना जाता है कि विक्टोरियन और रोमन भी अपने प्यार का इजहार गुलाब से ही करते थे। गुलाब को पैशन और इमोशन्स से जुड़ा हुआ माना जाता है लाल गुलाब की ये खासियत होती है कि इसे देकर आप सामने वाले को एहसास दिलाते हैं कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं

ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉराजिन’ किताब में वैलेंटाइन का जिक्र है। ये दिन रोम के एक संत जिनका नाम वैलेंटाइन था, उनके नाम पर पूरी दुनिया में मनाया जाता है ऐसा कहा जाता है कि संत वैलेंटाइन पूरी दुनिया में प्यार को बढ़ते हुए देखना चाहते थे। लेकिन रोम के राजा सम्राट क्लाउडियस को यह बात बिल्कुल भी पसंद नहीं थी। क्लाउडियस को ऐसा लगता था कि रोम के लोग अपनी पत्नी और परिवारों के साथ मजबूत लगाव होने की वजह से सेना में भर्ती नहीं हो रहे हैं।