Faridabad/Alive News: ग्रेटर फरीदाबाद से अमृता अस्पताल और कई सेक्टरों को जोड़ने वाली सेक्टर 88 और 89 की डिवाइडिंग रोड़ पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। डिवाइडिंग रोड़ गड्ढों में होने के कारण वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वाहन चालको को आवागमन के लिए एक ही लेन का इस्तेमाल करना पड़ रहा है और मास्टर रोड़ पर वाहनों का अधिक दबाव होने के कारण लोगों को कई कई घंटे भारी जाम से जूझना पड़ रहा है।
एक साल से एफएमडीए के पास है निर्माण कार्य
सड़क निर्माण का कार्य एक साल पहले एचएसवीपी ने एफएमडीए को सौपा था। लेकिन एक साल बीतने के बाद भी एफएमडीए द्वारा इस सड़क का निर्माण कार्य नही करवाया गया है, हालांकि अमृता अस्पताल उद्घाटन के समय इस सड़क का पेचवर्क एफएमडीए ने द्वारा करवाया गया था। लेकिन पेचवर्क के बाद भी वाहन चालकों को अब तक कोई खास राहत नहीं मिली है।
स्थानीय निवासी सुमेर खत्री ने बताया कि पैच वर्क के नाम पर कई बार इस मास्टर रोड़ पर लीपापोती की गई है, लेकिन उसका पुनर्निर्माण नहीं होने से समस्या जस की तस बनी हुई है। स्थानीय निवासियों के अनुसार यह डिवाइडिंग रोड़ सेक्टर 75, 76, 78, 79, 84, 85, 83, 82 और अमृता अस्पताल आदि एक दर्जन से भी अधिक सेक्टरों को जोडऩे वाली मुख्य मास्टर रोड़ है। इतनी खस्ता और बदहाल हो चुकी है कि कई बार वाहन चालकों को इस पर जानलेवा हादसों का सामना करना पड़ता है। सेक्टरवासियों ने क्षतिग्रस्त सड़क की समस्या को लेकर कई बार एचएसवीपी प्रशासन को अवगत करवाया है, लेकिन समाधान नहीं हो पाया है।
क्या कहना है अधिकारी का
हमारे पास सेक्टर 88, 89 मास्टर रोड़ का कार्य नही है। इस सड़क का निर्माण कार्य एक साल पहले एफएमडीए को सौपा गया था। इसकी देखरेख और निर्माण का कार्य अब वही विभाग देख रहा है।
- मनोज कुमार, एक्सियन एचएसवीएपी।
संबंधित मामले को लेकर एफएमडीए के चीफ इंजीनियर सज्जन सिंह से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाया।